वैश्विक भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक में और नीचे गिरा पाकिस्तान…
इस्लामाबाद, 26 जनवरी। पाकिस्तान 2021 के वैश्विक भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक में 16 पायदान नीचे गिर गया है और 180 देशों में इसका स्थान 140वां है। यह बात ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने मंगलवार को एक रिपोर्ट में कही। यह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान सरकार के लिए एब बड़ा झटका है जो एक स्वच्छ शासन प्रणाली लाने के वादे के साथ सत्ता में आयी थी। वैश्विक भ्रष्टाचार से निपटने के लिए गठित बर्लिन स्थित गैर-लाभकारी संगठन द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर में भ्रष्टाचार का स्तर स्थिर है तथा 86 प्रतिशत देशों ने पिछले 10 वर्षों में बहुत कम या कोई प्रगति नहीं की है।
भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (सीपीआई) ने अपने 2021 संस्करण में, 180 देशों और क्षेत्रों को सार्वजनिक क्षेत्रों के भ्रष्टाचार के उनके कथित स्तरों के आधार पर शून्य (अत्यधिक भ्रष्ट) से 100 (बहुत स्वच्छ) के पैमाने पर रैंक करता है तथा इसके लिए 13 विशेषज्ञ आकलन और उद्योग प्राधिकारियों के सर्वेक्षणों का इस्तेमाल करते हैं। 2020 में, पाकिस्तान का सीपीआई 31 था और 180 देशों में से उसका स्थान 124वां था। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के अनुसार, देश का भ्रष्टाचार स्कोर अब घटकर 28 हो गया है, जबकि यह सूचकांक में कुल 180 देशों में से 140 वें स्थान पर है।
तुलनात्मक रूप से, भारत का स्कोर 40 है और इसका स्थान 85वां है, जबकि बांग्लादेश का सीपीआई 26 है और इसका स्थान 147वां है। यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर अपनी सरकार के प्रदर्शन में सुधार करने का दबाव है, जो 2018 में स्वच्छ शासन प्रणाली शुरू करने के वादे पर सत्ता में आयी थी। जवाबदेही पर उनके सलाहकार शहजाद अकबर ने भ्रष्ट तत्वों को कानून के दायरे में लाने को लेकर अपने खराब प्रदर्शन की खबरों के बीच सोमवार को पद छोड़ दिया।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…