फैशन के युग में बढ़ रही फैब्रिक डिजाइनर की मांग…

फैशन के युग में बढ़ रही फैब्रिक डिजाइनर की मांग…

किसी भी व्यक्ति को सफल होने के लिए जिस चीज की सबसे अधिक आवश्यकता होती है, वह है कड़ी मेहनत और कुछ अलग सोचने की क्षमता। जब आप साधारण चीजों को अलग तरीके से देखने में सक्षम हो जाते हैं तो सफलता के नए मानक स्थापित करते हैं। कुछ ऐसा ही क्षेत्र फैब्रिक डिजाइनिंग का। आज जब लोग खुद को प्रेजेंटेबल व कुछ अलग दिखाने की चाह रखते हैं तो इसमें फैब्रिक डिजाइनिंग उनके काफी काम आती है। पिछले कुछ सालों से जितनी तेजी से फैशन इंडस्टी से ग्रोथ की है, उसे देखते हुए फैब्रिक डिजाइनर की भी काफी मांग बढ़ी है। अगर आप भी अपनी क्रिएटिव सोच को कपड़े पर उतारने में सक्षम महसूस करते हैं तो इस क्षेत्र में अपना कॅरियर बना सकते हैं।

क्या होता है काम:- एक फैब्रिक डिजाइनर का कैनवास कपड़ा ही होता है। जिस पर वह अपनी क्रिएटिविटी को बखूबी उकेरता है। वैसे यह कुछ−कुछ फैशन डिजाइनर के कार्य की तरह ही होता है। लेकिन जहां फैशन डिजाइनर सिलाई की बारीकियों को समझते हुए अपने कार्य को अंजाम देता है, वहीं फैब्रिक डिजाइनर का क्रिएटिव होने के साथ−साथ थोड़ा टेक्निकल होना भी आवश्यक है। आपको कपड़े की क्वालिटी के साथ−साथ डिजाइन को कपड़े पर सही तरीके से उकेरना भी आना चाहिए। इसके लिए आपको कपड़े की छपाई, रंगाई, कशीदाकारी और डिजाइन प्रोसेस की जानकारी भी होनी चाहिए। आजकल थ्री डी का जमाना है, इसलिए एक फैब्रिक डिजाइनर को कपड़े पर थ्री डी इफेक्ट क्रिएट करने के साथ−साथ डिफरेंट थ्रेडस का प्रयोग करके कुछ नया करना भी आना चाहिए।

स्किल्स:- इस क्षेत्र में सफलता पाने के लिए आपका क्रिएटिव होना व हर बार कुछ अलग सोचने की क्षमता भी होनी चाहिए। साथ ही आपको डिफरेंट पैटर्न का इस्तेमाल करके अपना खुद का एक नया पैटर्न बनाना भी आना चाहिए। इस क्षेत्र में केवल वही व्यक्ति आगे बढ़ सकता है जो अपने क्लाइंट की जरूरत को समझकर उसे संतुष्ट करने की क्षमता रखता हो। अगर आपके द्वारा बनाए गए डिजाइन क्लाइंट व आम जनता को पसंद आ जाते हैं तो फिर आपकी आमदनी की कोई सीमा नहीं है। साथ ही हमेशा कुछ नया करते रहने के लिए आपको देश−दुनिया में चल रहे फैशन की नॉलेज भी होनी चाहिए।

इसलिए आपको हमेशा कुछ न कुछ रिसर्च करते रहना होगा। संक्षिप्त में, जब आप रंगों, थ्रेड व कपड़ों के साथ भली−भांति रूप से खेलने में सक्षम हो जाएंगे तो आपको सफलता प्राप्त करने से कोई नहीं रोक पाएगा। याद रखें कि इस क्षेत्र में कोई रातों−रात सफल नहीं होता, इसके लिए कडी मेहनत की आवश्यकता होती है।

योग्यता:- इस क्षेत्र में कदम रखने के लिए आपको टेक्सटाइल संबंधी कोर्स करना होगा। कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपका कम से कम 12वीं पास होना आवश्यक है। अगर आप कपड़ा डिजाइनिंग कोर्स करना चाहते हैं तो पहले आपको टेक्सटाइल में डिग्री कोर्स या बीएससी होम साइंस करना होगा। वर्तमान में, ऐसे बहुत से संस्थान हैं तो टेक्सटाइल संबंधी कोर्स कराते हैं। वैसे तो हर संस्थान का अपना एक एडमिशन प्रोसेस होता है, लेकिन अधिकतर इंस्टीटयूट में एडमिशन लिखित परीक्षा व इंटरव्यू पर आधारित होता है।

कोर्सेज

डिप्लोमा इन फैशन एंड टेक्सटाइल डिजाइन

बैचलर ऑफ साइंस इन फैशन एंड अपैरल डिजाइनिंग

बीएससी इन फैब्रिक डिजाइन

मास्टर इन फैब्रिक डिजाइनिंग

संभावनाएं:- एक फैब्रिक डिजाइनर के पास वर्तमान में जॉब की कोई कमी नहीं है। इस क्षेत्र में काम करने के लिए बहुत कुछ है। कोर्स करने के पश्चात् आप गार्मेट मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों से लेकर फैशन डिजाइनिंग एजेंसियों, एक्सपोर्ट हाउसेज व रिटेल सेंटर पर भी जॉब की तलाश कर सकती है। यह एक ऐसी इंडस्ट्री है, जहां सिर्फ बड़े लेवल पर ही नहीं, बल्कि छोटे लेवल पर भी काम होता है। इसलिए अगर आप चाहें तो खुद भी छोटी सी रकम से घर से भी अपना खुद का काम शुरू कर सकते हैं। अगर आप खुद कार्य कर रही हैं तो अपनी क्षमता के अनुसार एक बुटीक, गारमेंट फैक्टरी या एक्सपोर्ट हाउस खोला जा सकता है। अगर आप जॉब नहीं करना चाहते और आपके पास इतनी रकम भी नहीं है कि खुद का कार्य शुरू कर सकें तो आप विभिन्न सरकारी व निजी फर्मों में बतौर फ्रीसांलर भी काम कर सकते हैं। इतना ही नहीं, अगर आप चाहें तो किसी फैब्रिक डिजाइनिंग इंस्टीटयूट में बतौर फैकल्टी काम करके दूसरे छात्रों को इस इंडस्टी की बारीकियां समझा सकते हैं।

आमदनी:- चूंकि डिजाइनिंग के क्षेत्र में फैब्रिक डिजाइनर की भारी मांग है। इसलिए इस क्षेत्र में सैलरी भी अच्छी मिलती है। आप कोर्स करने के पश्चात् शुरूआती दौर में ही 10000 से 15000 रूपए आसानी से मिल जाते हैं। जैसे−जैसे आपका अनुभव बढ़ता जाता है, आपकी आमदनी भी बढ़ती है। थोड़े अनुभव के पश्चात् अगर आपका काम लोगों को पसंद आता है तो आप 70000 से 75000 रूपए आसानी से कमा सकते हैं। जहां तक बात फ्रीलांसर्स की है तो उनकी आमदनी उन्हें मिलने वाले प्रोजेक्ट पर निर्भर करती है।

प्रमुख संस्थान

नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली।

इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद।

एकेडमी ऑफ फैशन स्टडीज, नई दिल्ली।

इंटरनेशनल वुमन पॉलीटेक्निक, नई दिल्ली।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…