खनन छापेमारी : ईडी ने मुख्यमंत्री के रिश्तेदार सहित अन्य स
दस करोड़ रुपये की नकदी जब्त की
नई दिल्ली/चंडीगढ़, 19 जनवरी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंजाब में अवैध बालू खनन के खिलाफ जारी धनशोधन निरोधी जांच के सिलसिले में की गई छापेमारी के दौरान दस करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है। इसमें मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के एक रिश्तेदार के ठिकाने से जब्त किए गए आठ करोड़ रुपये भी शामिल हैं। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि अवैध खनन मामले में पंजाब के चंडीगढ़, मोहाली, लुधियाना और पठानकोट सहित अन्य शहरों में मंगलवार को दर्जनभर ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई शुरू की गई थी, जो बुधवार तड़के खत्म हुई। उन्होंने बताया कि यह छापेमारी धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत की गई थी और इस दौरान जांच एजेंसी ने बड़ी संख्या में दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए।
सूत्रों के मुताबिक, ईडी की छापेमारी के दौरान दस करोड़ रुपये की नकदी भी जब्त हुई, जिसमें भूपिंदर सिंह उर्फ हनी के ठिकाने से मिले लगभग आठ करोड़ रुपये शामिल हैं। हनी रिश्ते में मुख्यमंत्री चन्नी का भतीजा लगता है। सूत्रों ने बताया कि दो करोड़ रुपये की नकदी संदीप कुमार नाम के एक शख्स के ठिकाने से बरामद हुई है।
सूत्रों की मानें तो ईडी छापेमारी के दायरे में आए लोगों को विस्तृत पूछताछ के लिए जल्द समन भेज सकती है। उन्होंने बताया कि इन लोगों से बीते चौबीस घंटों में कई दौर की प्रारंभिक पूछताछ की गई है।
छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए चन्नी ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा था, ‘पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कई रिश्तेदारों के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। अब पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले उन पर, उनके मंत्रियों पर और कांग्रेस पार्टी के सदस्यों पर दबाव बनाने के लिए भी ईडी की ओर से यही रणनीति अपनाई जा रही है।’ चन्नी ने खनन मामले से कोई संबंध नहीं होने का दावा करते हुए कहा, ‘हम दबाव झेलने को तैयार हैं…।’
सूत्रों ने बताया कि ईडी कुदरतदीप सिंह नाम के एक शख्स से हनी के संबंध खंगाल रही है, जो इस जांच का केंद्र है। उन्होंने कहा कि हनी और कुदरतदीप एक कंपनी में साझेदार हैं। विपक्षी दलों ने चन्नी पर हनी के वित्तीय लेन-देन में शामिल होने के आरोप लगाए हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री ने खारिज किया है।
ईडी ने अवैध खनन मामले में बीते साल नवंबर में आपराधिक मामला दर्ज किया था। सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी ने पाया है कि पंजाब में गैर-अधिसूचित इलाकों में खनन गतिविधियां संचालित की जा रही हैं और ‘खनन माफिया’ इससे अर्जित अवैध धन का शोधन कर निजी व बेनामी संपत्ति खड़ी कर रहे हैं।