सूडान में आपातकाल पर भारत चिंतित, संयुक्त राष्ट्र में समाधान खोजने पर जोर…
न्यूयार्क, 18 जनवरी। सूडान में सैन्य प्रशासन द्वारा आपातकाल लागू किये जाने के बाद वहां की राजनीतिक गतिविधियों को लेकर भारत चिंतित है। संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ब्रीफिंग में भारतीय स्थायी मिशन के काउंसलर प्रतीक माथुर ने सूडान में परस्पर स्वीकार्य समाधान खोजने पर जोर दिया।
प्रतीक माथुर ने कहा कि सूडान के प्रधानमंत्री अब्दुल्ला हमदोक का इस्तीफा देश की अंदरूनी चुनौतियों को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। ऐसे में संयुक्त राष्ट्र संघ की भूमिका की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सूडान को संयुक्त राष्ट्र के सुझावों के अनुरूप राजनीतिक प्रक्रिया का अनुपालन सुनिश्चित करने की जरूरत है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य राजनीतिक व सामाजिक अस्थिरता की स्थिति से उबारना और पूरी व्यवस्था को पटरी पर लाना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सर्वाधिक महत्वपूर्ण यह है कि सभी पक्ष परस्पर स्वीकार्य समाधान खोजने के लिए अन्य मुद्दों पर भी बात करते रहें।
इससे पूर्व अफ्रीकी संघ में राजनीतिक मामलों के आयुक्त (शांति एवं सुरक्षा) बैंकोले अदेओय ने सूडान के सभी पक्षों से किसी भी प्रकार की हिंसा से बचने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सूडान की स्थिरता, शांति और समृद्ध पर ध्यान केंद्रित किये जाने की जरूरत है। अदेओय ने सूडान में चल रहे राजनीतिक संकट के समाधान के लिए इस प्रक्रिया में शामिल सभी पक्षों व हिताधारकों द्वारा ईमानदारी से मजबूत प्रयास किये जाने का आह्वान किया।
उल्लेखनीय है कि सूडान के सशस्त्र बलों के जनरल कमांडर अल-बुरहान ने 25 अक्तूबर 2021 को संप्रभु परिषद और सरकार को भंग कर आपातकाल की घोषणा कर दी थी। तब से सूडान राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…