टेक्सास उपासना स्थल बंधक गतिरोध मामले में दो नाबालिग हिरासत में…

टेक्सास उपासना स्थल बंधक गतिरोध मामले में दो नाबालिग हिरासत में…

लंदन, 17 जनवरी। अमेरिका के टेक्सास में यहूदियों के एक उपासना स्थल में 10 घंटे तक चले गतिरोध के दौरान चार लोगों को बंधक बनाकर रखे जाने के मामले में ब्रिटेन में दो नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है।

टेक्सास के कोलीविले में पुलिस के साथ गतिरोध के बाद ब्रिटिश नागरिक मलिक फैसल अकरम (44) को गोली मार दी गई थी। ब्लैकबर्न का रहने वाला ब्रिटिश नागरिक कुछ दिनों पहले अमेरिका आया था और उसने एक हथियार खरीदा था।

बीबीसी ने सोमवार को खबर दी कि ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने कहा कि वह स्थानीय समुदाय से संपर्क में है और अमेरिकी जांच में सहयोग करना जारी रखेगी।

खबर के अनुसार बल ने कहा कि दो नाबालिगों को “हमले में जारी जांच के तहत” पूछताछ के लिए उन्हें हिरासत में हिरासत में लिया गया है।

अमेरिकी पुलिस सूत्रों के अनुसार, अकरम दो सप्ताह पहले न्यूयॉर्क के जेकेएफ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से होकर अमेरिका पहुंचा था।

अकरम के भाई गुलबर ने ब्लैकबर्न मुस्लिम कम्युनिटी फेसबुक पेज पर एक बयान में उसकी मौत की पुष्टि की। उसने पीड़ितों से माफी मांगी और कहा कि उसका भाई मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित था।

मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने पहले पुष्टि की थी कि ब्रिटिश आतंकवाद रोधी अधिकारी अमेरिकी अधिकारियों और एफबीआई के संपर्क में थे।

घेराबंदी स्थानीय समयानुसार लगभग 11 बजे (चार बजे जीएमटी) शुरू हुई जब पुलिस को डलास के उपनगर में कॉन्गीगेशन बेथ इज़राइल सिनेगॉग में बुलाया गया।

सीबीएस न्यूज द्वारा उद्धृत एक पुलिस सूत्र के अनुसार, अकरम ने सेवा के दौरान एक बेघर व्यक्ति होने का दावा करके सिनेगॉग में प्रारंभिक पहुंच प्राप्त की।

बंधकों में सिनेगॉग के एक रब्बी भी थे। एक बंधक को छह घंटे के बाद रिहा कर दिया गया और अन्य तीन को कई घंटे बाद कमांडो ने सुरक्षित निकाल लिया।

कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने स्थानीय मीडिया को बताया कि पाकिस्तानी न्यूरोसाइंटिस्ट आफिया सिद्दीकी की रिहाई की मांग करते हुए सुना गाया, जिसे अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के अधिकारियों को मारने की कोशिश करने का दोषी ठहराया गया था और वह टेक्सास के फोर्ट वर्थ में 86 साल की सजा काट रही है।

गौरतलब है कि अमेरिका के टेक्सास के एक सिनेगॉग में बंधक बनाए गए चार लोगों को कई घंटे के गतिरोध के बाद शनिवार रात रिहा करा लिया गया था जब एफबीआई की स्वाट टीम इमारत में पहुंची। इस दौरान सुरक्षाबलों की गोलीबारी में मारे गए संदिग्ध की पहचान ब्रितानी नागरिक मलिक फैसल अकरम (44) के रूप में हुई थी।

राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस घटना को आतंकवादी कृत्य बताया। अधिकारियों ने यह बताने से इनकार कर दिया कि अकरम को किसने गोली मारी। उन्होंने कहा कि इसकी अब भी जांच की जा रही है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…