न्यायालय ‘धर्म संसद’ में कथित घृणा भाषणों के खिलाफ जनहित याचिका पर सुनवाई को राजी…

न्यायालय ‘धर्म संसद’ में कथित घृणा भाषणों के खिलाफ जनहित याचिका पर सुनवाई को राजी…

नई दिल्ली, 10 जनवरी। उच्चतम न्यायालय उत्तराखंड के हरिद्वार में हाल में हुई ‘धर्म संसद’ के दौरान घृणा भाषण देने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध करने वाली जनहित याचिका पर सोमवार को सुनवाई के लिए राजी हो गया।

प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण की अध्यक्षता वाली पीठ ने वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल की उन दलीलों पर गौर किया कि घृणा भाषण देने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गयी है।

सिब्बल ने कहा, ‘‘हरिद्वार में 17 और 19 दिसंबर को धर्म संसद में जो हुआ, उस संबंध में मैंने यह जनहित याचिका दाखिल की है। हम मुश्किल दौर में जी रहे हैं जहां देश में ‘सत्यमेव जयते’ का नारा बदल गया है।’’

सीजेआई ने कहा, ‘‘ठीक है, हम मामले पर सुनवाई करेंगे।’’

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…