डीजीजीआई के पास कर चोरी मामलों में जारी कारण बताओ नोटिस पर हुई ‘कार्रवाई’ का रिकॉर्ड नहीं…
नागपुर, 08 जनवरी। जीएसटी आसूचना महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने वित्त वर्ष 2020-21 तक छह साल में कर अपवंचना के 9,359 करोड़ रुपये के 158 कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। हालांकि, महानिदेशालय के पास इस बात की जानकारी नहीं है कि इन मामलों में क्या हुआ है, क्योंकि वह इसका रिकॉर्ड नहीं रखता है। सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मांगी गई जानकारी से यह खुलासा हुआ है। शहर के आरटीआई कार्यकर्ता अभय कोलारकर ने डीजीजीआई से इस बारे में एकीकृत रूप से जानकारी मांगी थी।
डीजीजीआई द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के अनुसार, वित्त वर्ष 2014-15 से 2020-21 तक 9,358 करोड़ रुपये के 158 कारण बताओ नोटिस जारी किए गए। हालांकि, आरटीआई को लेकर जो जवाब दिया गया है उसमें न तो यह बताया गया है कि कितने कारण बताओ नोटिस (एससीएन) का अधिकारियों ने निपटान किया, कितनी राशि वसूली गई और कितनी राशि के मामले अभी लंबित हैं। कोलारकर ने बताया कि जवाब में स्पष्ट कहा गया है कि इस तरह का कोई आंकड़ा नहीं है। जुलाई, 2017 में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था लागू होने से पहले डीजीजीआई केंद्रीय उत्पाद आसूचना महानिदेशालय (डीजीसीईआई) के रूप में काम करता था।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…