आइसोलेशन में रखे गए 50 डॉक्टर:..
बाकी डॉक्टर्स की छुट्टियां रद्द, सभी को बुलाया वापस…
नई दिल्ली, 04 जनवरी। देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा है। कोरोना के बढ़ते मामलों की चपेट में आम लोगों के साथ अब डॉक्टर भी आने लगे हैं। बीते दिन एम्स में भी 6 डॉक्टर कोरोना संक्रमित होने की खबर थी। इसके बाद अब मंगलवार को लगभग 50 डॉक्टर को आईशोलेशन में रखा गया है। कोरोना प्रोटोकॉल के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है।
साथ ही मरीजों की संख्या बढ़ने पर अब दिल्ली एम्स ने छुट्टी पर गए डॉक्टर्स को तत्काल ड्यूटी ज्वॉइन करने को कहा है। अभी सुबह बताया गया कि, एम्स ने 5 जनवरी से 10 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश का शेष भाग रद्द कर दिया है और फैकल्टी सदस्यों को ‘तत्काल प्रभाव से’ काम पर लौटने के आदेश दिए हैं।
ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र ये फैसला लिया गया है, इसके अलावा एम्स और सफदरजंग में डॉक्टर्स और अन्य हेल्थ कर्मी भी कोरोना की चपेट में हैं ऐसे में अस्पताल फुल स्ट्रेंथ में काम करना चाहता है।
इसके साथ ही सोमवार को सफदरजंग अस्पताल में छह रेजिडेंट डॉक्टरों को कोरोना संक्रमित पाया गया है। यह सभी डॉक्टर बाल रोल विभाग से संबंधित हैं। सफदरजंग अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा, ‘ये ओमिक्रॉन मामले नहीं हैं। लक्षण ज्यादातर मामूली होते हैं और किसी भी मामले में अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं होती है। वे सभी खुद को अलग कर रहे हैं।’ उन्होंने आगे कहा, घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोनावायरस को रोकने का सबसे अच्छा तरीका हर समय मास्क पहनना और हर समय सभी कोविड उपयुक्त प्रोटोकॉल का पालन करना है।”
गौरतलब है कि दिल्ली में बीते कुछ दिनों से कोविड के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। दिल्ली में सोमवार को पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 4099 नए मामले सामने आए जो रविवार की तुलना में 28 प्रतिशत ज्यादा है। जबकि महामारी से इस दौरान 1 मरीज की जान गई साथ ही 1509 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं। दिल्ली में कोरोना संक्रमण की दर बढ़कर 6.46 प्रतिशत हो घई है।
दिल्ली में कोरोना के अभी 10,986 सक्रिय मामले हैं। पिछले 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना टेस्टिंग की बात करें तो केवल 63477 टेस्ट किए गए हैं, जिसमें 57,813 आरटी-पीसीआर टेस्ट और 5664 एंटीजन टेस्ट शामिल हैं। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के ‘ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान’ के अंतर्गत लगातार 2 दिन संक्रमण दर 5 फीसदी से अधिक रहने पर ‘रेड अलर्ट’ की स्थिति बन जाएगी, जिसके तहत कर्फ्यू लागू होने साथ ही अधिकतर आर्थिक गतिविधियां भी रोक दी जाएंगी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…