उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज हरकोर्ट बटलर प्राविधिक…
विश्वविद्यालय, कानपुर के शताब्दी भवन में आयोजित तीसरे दीक्षांत समारोह की…
अध्यक्षता करते हुए विद्यार्थियों को पदक और उपाधियां प्रदान की…
लखनऊ 27 दिसंबर। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय, कानपुर के शताब्दी भवन में आयोजित तीसरे दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए विद्यार्थियों को पदक और उपाधियां प्रदान की। इस अवसर पर विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्होंने कहा कि शैक्षिक यात्रा के अनुभव और ज्ञान भविष्य में सफलता के लिए प्रेरणा बनेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने कर्म क्षेत्र में प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने को प्रेरित किया।
राज्यपाल जी दीक्षांत समारोह में बतौर कुलाधिपति सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने शिक्षा को सफलता का मार्ग बताते हुए, विद्यार्थियों से कहा कि हुनर से रोजगार तक का आसान मार्ग तकनीकी सेक्टर से ही होकर गुजरता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का मतलब सीखने की प्रक्रिया को बढ़ाना है, पढ़ाई को कैरियर और रोजगार से जुड़ा होना चाहिए, इसके लिए विद्यार्थियों में कौशल विकास और व्यक्तित्व विकास का काम भी करना चाहिए।
राज्यपाल जी ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी को गाँवों से जोड़ने की चर्चा भी अपने सम्बोधन में की और विद्यार्थियों को ग्रामीण आवश्यकताओं के लिए भी कार्य करने को प्रेरित किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह के अवसर पर राष्ट्रपति द्वारा विद्यार्थियों से भारत को ‘नाॅलेज सुपर पाॅवर’ बनाने के आह्वान का स्मरण कराते हुए इस लक्ष्य की प्राप्ति करने की दिशा में अग्रसर होने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि युवा जब ‘आइडिया’, ‘इनोवेशन’ और ‘कैन डू स्पिरिट’ के साथ काम करते हैं तो अभूतपूर्व परिणाम प्राप्त होते हैं।
राज्यपाल जी ने उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों से अपनी ताकत, सामर्थ्य के आधार पर उत्कृष्टता हासिल करने की अपील करते हुए कहा कि नया भारत अवसरों की धरती है। यहाँ कोरोना संकट काल में भी विद्यार्थियों ने स्टार्ट-अप खोले। उन्होंने कहा कि इस समय उपलब्ध अवसरों को लाभ उठाकर वे देश और प्रदेश के विकास में अपना योगदान दे सकते हैं।
राज्यपाल जी ने दीक्षांत समारोह में पदक एवं उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और कहा कि कैरियर में आगे बढ़ने के लिए वे लगातार खुद में सुधार लाते हुए बेस्ट की ओर बढ़ें।
दीक्षांत समारोह में बीटेक की 440, एम.सी.ए. की 55 तथा एम.टेक. की 66 उपाधियां प्रदान की गई। प्रदान किए गए कुल 46 पदकों में से 20 पदक छात्राओं ने हासिल किए। राज्यपाल जी ने समारोह में 15 स्वर्ण, 15 रजत, 15 कांस्य पदक विद्यार्थियों को प्रदान किए। उन्होंने समारोह में विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिये गये प्राथमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन सामग्री तथा फल वितरण भी किया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समशेर जी ने समारोह में विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की और शिक्षण, शोध एवं नवाचारों की जानकारी दी। समारोह के मुख्य अतिथि तथा गेल के पूर्व सी.एम.डी. डाॅ0 आशुतोष कर्नाटक ने भी विद्यार्थियों के लिए प्रेरक उद्बोधन दिया।
समारोह में जिला प्रशासन के अधिकारीगण, विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष, कार्य परिषद एवं विद्या परिषद के सदस्यगण, महाविद्यालयों से आये शिक्षक एवं विद्यार्थीगण तथा आमंत्रित अतिथि उपस्थित थे।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…