अखिलेश को पं0 हरिशंकर तिवारी परिवार के रूप में ब्राम्हण चेहरा मिला…
लखनऊ 12 दिसंबर। उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण सियासत में हरिशंकर तिवारी एक बड़ा नाम माने जाते है। आज इस परिवार के वारिशों ने अखिलेश यादव की मौजदूगी में सपा का दामन थाम लिया।
आज रविवार 12 दिसंबर को लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय पर अखिलेश यादव की मौजदूगी में पं0 हरिशंकर तिवारी के दोनों पुत्र कुशल तिवारी व विनय शंकर तिवारी एवं भतीजे गणेश शंकर पांडे ने अपने गोरखपुर, महराजगंज के तमाम समर्थकों के साथ सपा का दमन थाम लिया। जैसा कि सभी को ज्ञात है कि पं0 हरिशंकर तिवारी के परिवार को 07 दिसंबर को मायावती ने बसपा से बाहर कर दिया था, जिसके बाद से उनके भारतीय जनता पार्टी में जाने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन वहां बात न बनती देख सपा की सदस्य्ता उन्होंने ग्रहण कर ली। इसी के साथ सपा की पूर्वांचल में बड़े ब्राह्मण चेहरे की तलाश भी पूरी हो गई।
इस मौके पर विनय शंकर तिवारी ने कहा है कि 2017 में जनता के बड़े समर्थन और उत्साह से यूपी में भाजपा की सरकार बनी, लेकिन इस सरकार ने लोकतंत्र नहीं राजतंत्र अपनाया। लोगों के बोलने पर पाबंदी लगाई। काम किसी और का है पर पत्थर अपना लगवा रहे हैं। भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी ने कहा पूर्वांचल में सबसे ज्यादा गन्ना की रिकवरी होती है। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारी तरफ की भाषा मिठास है, इस मिठास में कोई केमिकल नहीं मिलना चाहिए। इस दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि तिवारी परिवार काफी प्रतिष्ठित है और सीएम के क्षेत्र में अब सपा की लड़ाई किसी से नहीं है। अखिलेश यादव ने इस दौरान कहा कि बीजेपी की सरकार में सभी लोग परेशान हैं। अखिलेश यादव ने कांग्रेस और बसपा के चुनावी फाइट में होने के सवाल पर कहा कि लड़ाई अब एकतरफा है और सपा सरकार बना रही है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट