महामारी के दौरान हैदराबाद की इस कंपनी ने अपने स्वरूप को बद
हैदराबाद, 12 दिसंबर पिछले साल कोविड-19 से पहले यह स्टार्टअप कंपनी कर्मचारी परिवहन क्षेत्र की शीर्ष कंपनियों में से एक थी, लेकिन महामारी के बाद से लगे देशव्यापी लॉकडाउन में भारी नुकसान होने के चलते कंपनी की आमदनी शून्य पर पहुंच गई थी।
पिछले साल मार्च में, जब दुनिया में लॉकडाउन लागू था तब व्हिसलड्राइव, एंड-टू-एंड कर्मचारी परिवहन सेवा की इस कंपनी सहित हर व्यवसाय की उम्मीदों पर पानी फिर गया। महामारी के कारण लगाए गए लॉकडाउन के लगभग एक महीने बाद व्हिसलड्राइव के संस्थापक और सीईओ राकेश मुन्नानूरू ने लॉजिस्टिक्स का एक नया वर्टिकल लॉन्च किया, जिसमें काफी बदलाव किया गया।
मुन्नानूरू ने 2016 में व्हिसलड्राइव की शुरुआत की थी जो भारत में स्मार्ट मोबिलिटी को सक्षम बनाता है। प्रारंभ में ड्राइवर-ऑन-सर्विसेज प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए, उन्होंने कॉपोर्रेट कर्मचारी परिवहन के लिए कुशल और तकनीक-समर्थित समाधानों की आवश्यकता को तुरंत महसूस किया। उन्होंने एक व्यापक प्रौद्योगिकी मंच का निर्माण किया जो स्वचालित मार्ग योजना, वास्तविक जैसी सुविधाओं के साथ एंड-टू-एंड परिवहन संचालन को डिजिटाइज करता है। उसे वाहन ट्रैकिंग, एसओएस अलर्ट और नेटवर्क अलर्ट जैसी उन्नत सुरक्षा सुविधाओं से लैस किया गया था।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लनिर्ंग जैसी नवीनतम तकनीकों का उपयोग करते हुए व्हिसलड्राइव ने एक मजबूत टेक्नोलॉजी प्लेटफार्म बनाया। लॉन्च के केवल तीन वर्षों में व्हिसलड्राइव वर्ल्ड इनोवेटर्स मीट 2019 में द नेक्स्ट ग्लोबल टेक 50 में आया।
कर्मचारी परिवहन में अच्छी तकनीक का उपयोग कर स्टार्टअप ने कॉरपोरेट्स को अपने कर्मचारी परिवहन लागत को 23 प्रतिशत कम करने में मदद करने का दावा किया है, इसके अलावा समग्र संचालन की दक्षता में 95 प्रतिशत तक सुधार किया है। हालांकि, कोविड-19 और देशव्यापी लॉकडाउन के साथ उनके सभी कार्यों को रोक दिया गया और राजस्व शून्य पर चला गया।
चीजों के सामान्य होने के बाद एक बार फिर से टीम ने अन्य संचालनों पर काम करने का फैसला लिया जिससे व्हिसलड्राइव को महामारी से हुए नुकसान से उबरने में मदद मिले। टीम ने लॉजिस्टिक्स सेवाओं (माल की आवाजाही) के साथ शुरुआत करने का फैसला किया और इसके बाद खुद को एक पूर्ण-स्टैक शहरी लॉजिस्टिक्स कंपनी में बदल दिया।
व्हिसलड्राइव को लॉजिस्टिक्स सेवाएं प्रदान करते हुए लगभग 18 महीने हो चुके हैं और यह पहले से ही देश के प्रमुख ब्रांडों जैसे मिंत्रा, फ्लिपकार्ट, अमेजॉन, डेल्हीवरी और मीशो के साथ काम कर रहा है, जो देश के 15 से अधिक शहरों में सेवाएं दे रहे हैं।
मुन्नानूरू का मानना है कि इंट्रासिटी लॉजिस्टिक्स स्पेस में अभी भी बहुत सारे इनोवेशन करने की जरूरत है। इसलिए वे नए समाधानों की दिशा में काम कर रहे हैं। व्हिसलड्राइव ने कोलोसियम ग्रुप से सीरीज बी राउंड में 72 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
मुन्नानूरू ने कहा, हमें न केवल भारत में, बल्कि दुनिया भर में लॉजिस्टिक्स की बहुत आवश्यकता है। हम व्हिसलओएस का निर्माण कर रहे हैं, जो एक ऑपरेटिंग सिस्टम है जो शहरी लॉजिस्टिक्स को शक्ति प्रदान करता है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट