जर्मनी में मुद्रास्फीति पिछले 30 वर्षों में सबसे उच्च स्तर पर…
बर्लिन, 11 दिसंबर जर्मनी में मुद्रास्फीति की दर में लगातार बढ़ोत्तरी जारी है और अक्टूबर के 4.5 प्रतिशत के मुकाबले नवंबर में यह बढ़कर 5.2 प्रतिशत हो गई है जो जून 1992 से अब तक की सबसे ऊंची दर दर्ज की गई है। संघीय सांख्यिकीय कार्यालय(देस्तातिस)ने यह जानकारी दी है।
देस्तातिस प्रमुख जार्ज थिएल ने बताया मुद्रास्फीति की दर में लगातार छह बार इजाफा हुआ है और नवंबर माह में यह 2021 में दर्ज किया अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।
उन्होंने बतायावर्ष 2020 में कम कीमतें थीं और उसी का असर रहने से हाल ही के महीनों में कीमतों में इजाफा हुआ है।
मूल्य वर्धित कर (वैट)में अस्थायी कमी और पिछले वर्ष खनिज तेल उत्पादों की कीमतों में तीव्र गिरावट की वजह से कुल मिलाकर महंगाई दर में बढ़ोत्तरी का रूख देखने को मिला है। जर्मनी में एनर्जी की कीमतों में वर्षवार बढ़ोत्तरी 22.1 प्रतिशत अधिक है और पिछले पांच महीनों में लगातार इसमें बढ़ोत्तरी हुई है। कमरों को गर्म रखने वाले तेल की कीमतें सबसे अधिक बढ़ी हैं और पिछले वर्ष की तुलना में यह दोगुनी हो गई हैं जबकि ईंधन की कीमतों में 43.2 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हुई है।
देस्तातिस के अनुसार इस वर्ष के शुरू में परिवहन और आवासीय सेक्टर के लिए कार्बन डाईआक्साइड उत्सर्जन के लिए शुरू किया गया कर भी कीमतों मे इजाफा होने का एक कारण माना जा रहा है। अब यह प्रति टन कार्बन डाइआक्साइड उत्सर्जन के लिए 25 यूरो तय किया गया है और इसकी वजह से मंहगाई दर में बढ़ोत्तरी हुई है। जर्मनी में वस्तुओं की कीमतों में नवंबर में औसत से अधिक इजाफा हुआ है और यह 7.9 प्रतिशत दर्ज की गई है लेकिन आवासीय सेक्टर में कुल किराए में मात्र 1.4 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है और इसका मंहगाई दर पर अधोमुखी प्रभाव देखा गया है।
जर्मन सरकार की आधिकारिक सलाहकार संस्था , जर्मन आर्थिक विशेषज्ञ परिषद (जीसीईई )ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट पेश करते हुए कहा वैश्विक स्तर पर मांग में तीव्र बढ़ोत्तरी की वजह से वस्तुओं और एनर्जी की कीमतों में बढ़ोत्तरी हुई है और इसकी वजह से आपूर्ति में कमी आई है। संस्था ने जर्मनी में 2022 में मंहगाई दर 2.6 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट