विश्व मानवाधिकार दिवस पर मानवीय स्वतंत्रता के लिए नशे से दूरी बनाए…ज्योति बाबा…

विश्व मानवाधिकार दिवस पर मानवीय स्वतंत्रता के लिए नशे से दूरी बनाए…ज्योति बाबा…

नशा हमारे जीवन अधिकार और मान सम्मान को जड़ से देता है उखाड़…ज्योति बाबा…

नशा नैसर्गिक अधिकारों को लील जाता है…ज्योति बाबा…

नशा का सेवनकर्ता गाड़ी चलाने वाले अन्य सभी के मानवाधिकारों को करता है खत्म…ज्योति बाबा…

कानपुर/फतेहपुर l भारत के सभी बच्चों को भेदभाव मुक्त सामाजिक सुरक्षा समानता विश्वास के साथ भोजन के मानवीय अधिकारों को दिलाने हेतु नशे को जीवन से निकालना होगा क्योंकि नशे के रोगी बन जाने पर भी सेवनकर्ता अपने को रोगी नहीं मानता है इसीलिए नशा ड्रग्स आज भारत ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है जो हर व्यक्ति के प्रदत मानवाधिकारों को हर पल खत्म कर रही है उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के तहत सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में फतेहपुर जनपद को स्मोक फ्री सिटी बनाने के संकल्प के अंतर्गत विश्व मानवाधिकार दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित वेबीनार शीर्षक क्या नशा हमारे बच्चों के मानवाधिकारों को लील रहा है पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख व आंदोलन के नेशनल ब्रांड एंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही, ज्योति बाबा ने आगे कहा की फतेहपुर जनपद को स्मोक फ्री सिटी बनाने के लिए 4 लाख छात्रों के बीच कैंपेन चला कर आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में शहीदों के सपनों का भारत बनाने हेतु लगातार संकल्प कराया जा रहा है उन्हें बताया जा रहा है कि कैसे परिवार के मुखिया द्वारा नशे का सेवन कर आपके मानवीय अधिकारों को लूटा जा रहा है जबकि आप को अच्छी शिक्षा,कपड़े, भोजन रहन-सहन वातावरण व परिवार का प्यार प्राप्त करना जन्म सिद्ध अधिकार है जो परिवार में नशे के रोग के कारण न सिर्फ छीने जा रहे हैं बल्कि आपको मानसिक रोगी भी बना रहे हैं नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के जनपद प्रभारी अंशु सिंह सेगर व कोऑर्डिनेटर गौरव सैनी ने कहा कि हम सभी को मानवाधिकार दिवस पर बच्चों के नैसर्गिक अधिकारों की रक्षा के लिए संकल्पित होकर एकजुट कार्य करना होगा,क्योंकि जिस देश का बचपन अधिकार विहीन होगा वह देश विश्व का धर्मगुरु कैसे बनेगा? जिला अध्यक्ष शिव सागर सोनकर ने कहा की नशा मुक्त आंदोलन की सफलता के लिए ऐसे सभी एनजीओ को भी हम जोड़ रहे हैं जो मानवाधिकारों खासतौर से बाल अधिकारों पर काम कर रहे हैं मानवाधिकारवादी गीता पाल व सोशल एक्टिविस्ट अंजू सिंह ने कहा कि नशे के कारण परिवार में सबसे ज्यादा महिलाओं के अधिकारों पर कुठाराघात हो रहा है इसीलिए आधी आबादी को नशे के विरोध में एकजुट होकर समय की मांग के अनुसार ठोस कदम उठाना चाहिए,वेबीनार का सफल संचालन राजीव श्रीवास्तव व धन्यवाद आंदोलन संरक्षक कुंवर बहादुर सिंह ने दिया,अंत में सभी बच्चों के मानवाधिकारों में बाधक नशा प्रदूषण व पारिवारिक हिंसा से मुक्ति के लिए शपथ योग गुरु ज्योति बाबा ने दिलाई,अन्य प्रमुख विचारक विशाल श्रीवास्तव,हरदीप सिंह सहगल ओपी यादव. प्रबंधक,पंकज सिंह राजपूत,मनोज कुमार इत्यादि थे l

हरदीप सिंह सहगल
मीडिया प्रभारी
सोसायटी योग ज्योति इंडिया

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…