वेब 3.0 से 11 साल में 1.1 लाख करोड़ डॉलर की आर्थिक वृद्धि पा सकता है भारत : रिपोर्ट..

वेब 3.0 से 11 साल में 1.1 लाख करोड़ डॉलर की आर्थिक वृद्धि पा सकता है भारत : रिपोर्ट..

वाशिंगटन, 06 दिसंबर । अगले 11 वर्षों में होने वाली भारत की कुल आर्थिक वृद्धि में करीब 1.1 लाख करोड़ डॉलर ऐसे डिजिटल परिसंपत्ति कारोबार से आ सकती है जिनका अभी ईजाद ही नहीं हुआ है।

अमेरिका-भारत रणनीतिक एवं भागीदारी मंच (यूएसआईएसपीएफ)और क्रॉसटावर की तरफ से सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया।

यूएसआईएसपीएफ भारत-केंद्रित अमेरिकी व्यापार समर्थक समूह है जबकि क्रॉसटावर दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता क्रिप्टो एवं डिजिटल परिसंपत्ति एक्सचेंज है।

इस रिपोर्ट के मुताबिक, डिजिटल परिसंपत्ति बाजार का पूंजीकरण फिलहाल करीब तीन लाख करोड़ डॉलर है। वर्ष 2013 में यह आंकड़ा करीब 1.5 अरब डॉलर ही था।

यह रिपोर्ट कहती है कि भारत वेब 3.0 अपनाकर डिजिटल परिसंपत्ति अवसरों का फायदा उठा सकता है और ब्लॉकचेन तकनीक भारत की वित्तीय पारिस्थितिकी को डिजिटल बनाने के लिए अपने-आप में काफी है।

 

यूएसआईएसपीएफ के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा, ”भारत ने वर्ष 2024-25 तक पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखा हुआ है। अगले 11 वर्षों में तमाम देशों में डिजिटल परिसंपत्तियों में जबर्दस्त वृद्धि होने की संभावना है। इससे पांच लाख करोड़ डॉलर का लक्ष्य हासिल करने में भारत को मदद मिल सकती है।”

वहीं क्रॉसटावर के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी कपिल राठी ने कहा कि भारत वेब 3.0 अपनाकर अपने तकनीकी रूप से दक्ष युवाओं की क्षमता का पूरा फायदा उठा सकता है।

रिपोर्ट कहती है कि अगले 11 वर्षों में वेब 3.0 भारत के लिए 1.1 लाख करोड़ डॉलर की आर्थिक वृद्धि ला सकता है। लेकिन इसके लिए सही नीतियों एवं नियामकीय ढांचे का होना जरूरी है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट