भारतीय-अमेरिकी प्रवासियों के कार्यकर्ता ने समुदाय के लिए हेल्पलाइन सुविधा शुरू करने की मांग की…
वाशिंगटन, 03 दिसंबर। भारतीय-अमेरिकी समुदाय के एक प्रतिष्ठित कार्यकर्ता ने न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास में वीजा का आवेदन करने आई महिला से एक अधिकारी द्वारा कथित दुर्व्यवहार किए जाने की घटना के मद्देनजर कहा कि भारतीय प्रवासियों के लिए नि:शुल्क हेल्पलाइन सुविधा शुरू किए जाने की तत्काल आवश्यकता है।
इस उक्त घटना का एक वीडियो वायरल हो गया था, जिसे विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर कई लाख लोगों ने देखा और विरोध जताया। न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू की है। वहीं, महिला को आखिरकार अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए भारत जाने का वीजा मिल गया है।
सामुदायिक कार्यकर्ता प्रेम भंडारी ने बताया कि दुनियाभर के भारतीय राजनयिक मिशन में यह एक स्थानिक समस्या बनी है।
न्यूयॉर्क के रहने वाले भंडारी, पिछले कई वर्षों से वीजा और पासपोर्ट से संबंधित मुद्दों पर विदेशों में रहने वाले भारतीयों के मुद्दे उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय राजनयिक मिशन में वीजा और पासपोर्ट संभालने वाले अधिकारियों को आने वाले लोगों के साथ बातचीत करने के लिए उचित रूप से प्रशिक्षित नहीं किया जाता है।
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उन्होंने कहा, ‘‘ इसमें कोई शक नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में पिछले कुछ वर्ष में चीजें काफी बेहतर हुई हैं। भारतीय राजनयिक मिशन में हमारे अपने लोगों के साथ कैसा व्यवहार किया जा रहा है, इस पर हमें अभी एक लंबा सफर तय करना है। मुझे रोजाना इस संबंध में कई शिकायतें मिलती हैं। न्यूयॉर्क वाणिज्य दूतावास कोई अपवाद नहीं है।’’
भंडारी ने कहा, ‘‘ विदेशों में रहने वाले भारतीयों की तेजी से बढ़ती जरूरतों को देखते हुए, भारत सरकार के लिए नि:शुल्क हेल्पलाइन सुविधा शुरू करना सबसे अच्छा होगा, जहां कोई भारतीय प्रवासी सदस्य बिना किसी डर के फोन कर सके और सहायता प्राप्त कर सके। मैं, ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मुझे प्रवासियों से लगातार ऐसे फोन, संदेश और ईमेल आते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय प्रवासियों के लिए बहुत कुछ किया है, जिसमें वीजा और पासपोर्ट प्रणाली का सरलीकरण और ओसीआई कार्ड भी शामिल हैं। हमें उनसे बहुत उम्मीदें हैं।’’
भंडारी ने इस बात पर जोर दिया कि इस मुद्दे को संबोधित करने की तत्काल आवश्यकता है कि हमारे अपने सरकारी अधिकारी हमारे अपने लोगों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं और उन्हें कैसे संभालते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ किसी भी स्थिति में, हमारे अपने लोगों के खिलाफ पुलिस नहीं बुलाई जा सकती।’’
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…