केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना का प्रस्ताव मंजूरी के लिये मंत्रिमंडल को भेजा गया : शेखावत…
नई दिल्ली, 02 दिसंबर। जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने बृहस्पतिवार को बताया कि केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना शुरू करने की दिशा में काम जारी है और इससे संबंधी प्रस्ताव अभी मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिये भेजा गया है
लोकसभा में विष्णु दत्त शर्मा के पूरक प्रश्न के उत्तर में शेखावत ने कहा कि केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना दो राज्यों उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच नदियों को जोड़ने की अहम परियोजना है।
उन्होंने बताया कि इस विषय पर अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग सरकार के समय विचार शुरू किया गया कि किस प्रकार से अधिशेष जल बेसिन से पानी को कमी वाले बेसिन में भेजा जाए।
जल शक्ति मंत्री ने कहा कि केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना को लागू करने के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में जल शक्ति मंत्रालय, उत्तर प्रदेश सरकार तथा मध्य प्रदेश सरकार के बीच 22 मार्च 2021 को एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।
उन्होंने बताया कि विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों से राय प्राप्त करने के बाद केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना से संबंधित संशोधित सार्वजनिक निवेश बोर्ड (पीआईबी) ज्ञापन को मंजूरी मिल गई है और निवेश को लेकर विषयों को अंतिम रूप दिया गया है।
शेखावत ने कहा कि इस परियोजना से संबंधित प्रस्ताव अभी मंजूरी के लिये मंत्रिमंडल के समक्ष है।
गौरतलब है कि महत्वाकांक्षी नदी जोड़ो परियोजना के तहत पहली परियोजना के रूप में केन-बेतवा नदी को जोड़ने की परिकल्पना करीब डेढ़ दशक पहले की गई थी और यह विभिन्न विषयों पर विवादों के कारण अब तक अटकी थी।
इस परियोजना के तहत केन नदी से बेतवा नदी में पानी भेजा जाएगा। इसके लिए मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में दौधन बांध का निर्माण किया जाएगा।
इस परियोजना से मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड और उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के 12 जिलों को पानी मिलेगा। मध्य प्रदेश में छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, सागर, दमोह, दतिया, विदिशा, शिवपुरी जिलों को पानी मिलेगा, वहीं उत्तर प्रदेश के बांदा, महोबा, झांसी और ललितपुर जिलों को राहत मिलेगी
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट