डब्ल्यूटीए ने चीन में खेल रोका, चीन सरकार ने किया विरोध…
बीजिंग, 02 दिसंबर। पूर्व ग्रैंडस्लैम युगल चैम्पियन पेंग शुआइ के लापता होने को लेकर चिंताओं के बीच चीन में सभी टूर्नामेंट रोकने के डब्ल्यूटीए के फैसले की चीन ने बृहस्पतिवार को निंदा करते हुए कहा कि खेलों का राजनीतिकरण करने वाली सभी कार्रवाई के वह खिलाफ है।
महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) अध्यक्ष और सीईओ स्टीव सिमोन ने कहा कि पेंग की कुशलक्षेम को लेकर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के कारण चीन और हांगकांग में किसी टूर्नामेंट का आयोजन नहीं किया जायेगा। शुआइ ने देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री झांग गाओली पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
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चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘‘हम अपना पक्ष पहले ही रख चुके हैं। खेलों का राजनीतिकरण करने वाले हर कदम के हम खिलाफ हैं।’’
डब्ल्यूटीए ने आरोप लगाया कि शुआइ को खुलकर बात करने की अनुमति नहीं दी जा रही और उस पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह अपने आरोप वापिस ले।
चीनी टेनिस संघ ने डब्ल्यूटीए के फैसले को एकतरफा बताकर उसका विरोध किया है।
इसने कहा, ‘‘खिलाड़ियों की रक्षा के नाम पर डब्ल्यूटीए का यह एकतरफा फैसला काल्पनिक सूचनाओं के आधार पर लिया गया है।यह उस खिलाड़ी के भले के लिये भी नहीं है और महिला टेनिस खिलाड़ियों को इससे खेलने के उचित और समान मौके भी नहीं मिल सकेंगे।’’
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…