अमेरिकी सांसदों ने प्रशासन से ‘डॉक्यूमेंटिड ड्रीमर्स’ के लिए डीएसीए का दायरा बढ़ाने की अपील की…
वाशिंगटन, 01 दिसंबर। अमेरिका के 49 प्रभावशाली सांसदों के एक द्विदलीय समूह ने राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन से ‘डिफर्ड एक्शन फॉर चाइल्डहुड अराइवल्स’ (डीएसीए) में ‘डॉक्यूमेंटिड ड्रीमर्स’ को शामिल करने की अपील की है।
डॉक्यूमेंटिड ड्रीमर्स’ उन भारतीय-अमेरिकियों के बच्चे हैं, जो मुख्य रूप से एच -1 बी वीजा पर कानूनी रूप से अमेरिका आए थे। निर्वासन से एक प्रकार की प्रशासनिक राहत प्रदान करने वाले डीएसीए का उद्देश्य , उन योग्य अप्रवासी युवाओं की उनके देश वापस भेजे जाने से सुरक्षा करना है, जो अमेरिका आए थे तब बच्चे थे।
सांसद डेबोरा रॉस और सीनेटर एलेक्स पैडिला के नेतृत्व में सीनेट तथा सदन के 49 सदस्यों ने एक पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें अनुरोध किया गया कि होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (डीएचएस) ‘डॉक्यूमेंटिड ड्रीमर्स’ को शामिल करने के लिए डीएसीए मानदंडों को व्यापक बनाए।
उसमें कहा गया कि लंबे समय से अमेरिकी वीजा धारकों के तौर पर बच्चे अमेरिका में कानूनी दर्ज के साथ बड़े होते हैं, लेकिन 21 साल की उम्र में उन्हें तब व्यवस्था से बाहर कर दिया जाता है, जब उनके आश्रितों का वीजा समाप्त हो जाता है या उन्हें उस समय तक ‘ग्रीन कार्ड’ नहीं मिल पाता।
प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि सांसद डीएचएस से 2,00,000 ‘डॉक्यूमेंटिड ड्रीमर्स’ के लिए पात्रता बढ़ाने का आग्रह कर रहे हैं, जो वर्तमान में डीएसीए के तहत निर्वासन से सुरक्षा के लिए पात्र नहीं हैं।
सांसदों ने पत्र में लिखा, ” अगर डीएसीए को जैसे हम कह रहे हैं वैसे अद्यतन किया गया तो, अमेरिका में 15 जून 2012 तक मौजूद ‘डॉक्यूमेंटिड ड्रीमर्स’ को 21 साल का होने के बाद भी हमारे देश में रहने और उसके हित में योगदान देते रहने का मौका दिया जा सकता है। डीएसीए को उन बच्चों तथा युवा वयस्कों की सुरक्षा के लिए बनाया गया था, जो अमेरिका में बड़े हुए हैं, ताकि उन्हें उन देशों में लौटने के लिए मजबूर ना किया जाए, जिसे वे शायद थोड़ा ही जानते हों। हम आपसे ‘डॉक्यूमेंटिड ड्रीमर्स’ के लिए डीएसीए पात्रता का विस्तार करके इस नीति के वादे को पूरा करने का आग्रह करते हैं।”
इस कदम का ‘डॉक्यूमेंटिड ड्रीमर्स’ ने भी स्वागत किया है।
इम्प्रूव द ड्रीम’ के संस्थापक डी पटेल ने कहा कि वे सांसदों के इस कदम के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका में पले-बढ़े 2,00,000 से अधिक बच्चे तथा युवा वयस्क इसलिए डीएसीए के लिए पात्र नहीं हैं, क्योंकि वे ‘डॉक्यूमेंटिड ड्रीमर्स’ हैं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…