रेलिगेयर फिनवेस्ट के जनवरी से दोबारा कारोबार शुरू करने की संभावनाः चेयरपर्सन…
नयी दिल्ली, 28 नवंबर। रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) अपने ऋण का पुनर्गठन पूरा करने के अंतिम चरण में पहुंच चुकी है और अगले साल से उसके फिर से कारोबार शुरू करने की संभावना है।
रेलिगेयर इंटरप्राइजेज लिमिटेड की चेयरपर्सन रश्मि सलूजा ने बताया कि खराब वित्तीय स्थिति से गुजर रही आरएफएल के कर्ज पुनर्गठन की प्रक्रिया अंतम चरण में है। उन्होंने कहा, ”आरएफएल को बैंकर बकाया कर्ज के अलावा अतिरिक्त वित्तपोषण के लिए भी सहमत हो गए हैं। इस तरह आरएफएल का इंजन अगले साल जनवरी से दोबारा शुरू होने को तैयार है।”
रेलिगेयर इंटरप्राइजेज की गैर-बैंकिंग वित्तीय इकाई आरएफएल को भारतीय रिजर्व बैंक ने जनवरी, 2018 से ही कारोबार करने से रोका हुआ है। उसकी खराब वित्तीय स्थिति को देखते हुए केंद्रीय बैंक ने यह रोक लगाई थी।
प्रवर्तक बंधुओं- शिविंदर सिंह और मालविंदर सिंह के खिलाफ कोष के दुरुपयोग के आरोपों की जांच कई सरकारी एजेंसियां कर रही हैं। करीब 4,000 करोड़ रुपये की वित्तीय धोखाधड़ी का आरोप है।
सलूजा ने बताया कि आरएफएल ने 600 करोड़ रुपये की गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) चिह्नित की हैं और अब वह अगले चरण में बढ़ चुकी है। यह उसके कर्ज पुनर्गठन का हिस्सा है जिस पर बैंकर एवं रेलिगेयर इंटरप्राइजेज भी सहमति जता चुके हैं।
आरएफएल के भावी कदम के बारे में पूछे जाने पर सलूजा ने कहा कि कंपनी के परिचालन में सख्त कामकाजी तरीकों का पालन किया जाएगा और प्रौद्योगिकी-आधारित कारोबारी मॉडल अपनाने पर भी विचार किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि संभावित परिचालन को देखते हुए कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है।
इसके साथ ही रेलिगेयर समूह की स्वास्थ्य बीमा इकाई केयर हेल्थ इंश्योरेंस लिमिटेड के कारोबार को लेकर उन्होंने संतोष जताया। अगस्त, 2020 में रेलिगेयर हेल्थ इंश्योरेंस का नाम बदलकर केयर हेल्थ इंश्योरेंस कर दिया गया था।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट