होली का बदला दीवाली पर: अंधाधुंध फायरिंग में दो और घायलों ने दम तोड़ा…
मृतक बीए का छात्र विकास (फाइल फोटो) 👆
गोली लगने से घायल जर्मन शेफर्ड 👆
“हिंद वतन समाचार” पर कल चली खबर 👆
अब तक तीन की मौत: घायल डाॅगी व अन्य तीन का इलाज जारी, गांव में पुलिस बल तैनात…
लखनऊ/गुरूग्राम। दिल्ली से सटी हरियाणा की साइबर सिटी गुरूग्राम के कासन गांव में दीवाली की रात पूजा कर रहे एक परिवार के लोगों पर घर में घुसकर की गई गोलियों की बौछार में घायल पांच लोगों में से दो और लोगों की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि एक युवक की घटना वाले दिन ही मृत्यु हो गई थी। इस बीच आईएमटी मानेसर पुलिस एवं क्राइम ब्रांच द्वारा कई जगह की गई छापेमारी के बावजूद मुख्य आरोपी रिंकू व उसके साथी पुलिस की पकड़ से दूर हैं, जिसके चलते कासना गांव में दहशत का माहौल व्याप्त है।
बताते चलें कि कासन गांव के सरपंच रहे स्व. गोपाल राघव सिंह चौहान के घर दीवाली की रात जब परिवार के लोग पूजा कर रहे थे तभी दो-तीन बाईकों से आए आधा दर्जन हमलावरों ने घर में घुसकर अंधाधुध फायरिंग की थी, जिसमें 21 वर्षीय बीए प्रथम वर्ष के छात्र विकास की सिर, चेहरे व पेट में 16 गोलियां लगने से मौके पर मृत्यु हो गई थी। जबकि 30 वर्षीय प्रवीण की इलाज के दौरान तथा 35 वर्षीय सोमपाल “सोनू” ने कल देर शाम मेदांता अस्पताल में दम तोड़ दिया। तीन अन्य लोगों के साथ ही गोली से घायल पालतू जर्मन शेफर्ड डाॅगी का अभी इलाज चल रहा है।
सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम) प्रीतपाल के अनुसार पूर्व सरपंच के घर पर हुए हमले के पीछे का कारण गांव के ही बदमाश रिंकू के भाई मनोज की 2007 में होली पर हुई हत्या बताया जा रहा है। रिंकू अपने भाई की हत्या के लिए बलराम सिंह व सोनू सिंह को जिम्मेदार मानता आ रहा है। इस मामले में दोनो भाइयों बलराम व सोनू के साथ ही खोह गांव निवासी वेद को अदालत से उम्रकैद की सजा हो रखी है। मारे गए दोनों भाई जेल से फर्लों (पैरोल) पर आए हुए थे। गांव में व्याप्त तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। थाना प्रभारी यशवंत सिंह का कहना है हमलावरों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। (6 नवंबर 2021)
विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,