डिग्री कालेज प्रबंधकों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को सम्बोधित डीएम को सौंपा ज्ञापन…
स्ववित्तपोषित महाविद्यालय संघ इटावा के पदाधिकारियों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन…
इटावा, 26 अक्टूबर: क्षेत्र के विभिन्न विश्वविद्यालयों के स्नातक स्तरीय परीक्षा परिणाम डीएलएड-2021 में प्रवेश हेतु ऑनलाइन पंजीकरण के बाद घोषित होने के चलते भारी संख्या में अभ्यर्थियों के प्रवेश प्रक्रिया से वंचित रहने और डीएलएड (बीटीसी) सत्र 2020 शून्य होने के चलते सत्र 2021 में महाविद्यालयों की सीटें रिक्त रहने के कारण स्ववित्तपोषित महाविद्यालय संघ इटावा के पदाधिकारियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को सम्बोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंप डीएलएड-2021 में प्रवेश हेतु पुनः ऑनलाइन पंजीकरण आवेदन की स्वीकृति प्रदान कराये जाने की माँग की है।
मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुँच मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन पत्र अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट इटावा को सौंपते हुए कैप्टन विशाल सिंह डिग्री कालेज के प्रबन्धक पुष्पेन्द्र यादव ‘‘रिंकू‘‘, श्रीमती उर्मिला देवी महाविद्यालय भोली चौराहा भरथना के प्रबन्धक पुष्पेन्द्र यादव ‘‘नीरज‘‘, रणवीर नीलम महाविद्यालय भरथना के प्रबन्धक प्रदीप यादव, एमडीबीएल डिग्री कालेज के प्रबन्धक राजेश यादव, ठा० राजेश सिंह महाविद्यालय के प्रबन्धक अवधेश सिंह, रामवती राजबहादुर डिग्री कालेज पृथ्वीपुर इटावा के प्रबन्धक अजय मिश्रा, सरस्वती महाविद्यालय इटावा के प्रबन्धक रमाकान्त त्रिपाठी, शिवपाल सिंह महाविद्यालय जसवन्तनगर के प्रबन्धक आदि ने बताया कि डीएलएड सत्र 2020 शून्य रहने तथा सत्र 2021 में भी महाविद्यालयों की अधिकांश सीटें रिक्त रहने के चलते महाविद्यालयों के सामने आर्थिक संकट की स्थिति है। चूंकि डीएलएड शिक्षण संस्थानों का संचालन प्रवेश लेने वाले छात्रों द्वारा दिये गये शुल्क पर ही निर्भर होता है। सरकार या अन्य किसी माध्यम से आर्थिक सहयोग नहीं मिलता। उपरोक्त प्रबन्धकों ने बताया कि जिस समय शासन द्वारा परीक्षा नियामक प्राधिकारी प्रयागराज के माध्यम से डीएलएड-2021 में प्रवेश हेतु ऑनलाइन पंजीकरण व काउंसलिंग करायी गई थी। तब प्रदेश के बहुत से विश्वविद्यालयों के स्नातक स्तरीय परीक्षा परिणाम घोषित नहीं हुए थे। कई विश्वविद्यालयों के परीक्षा परिणाम ऑनलाइन पंजीकरण की अन्तिम तिथि समाप्त होने के उपरान्त घोषित हुए। जिसके चलते भारी संख्या में छात्र-छात्रायें डीएलएड में प्रवेश लेने से वंचित रह गये। प्रबन्धकों ने मुख्यमंत्री से माँग की है कि छात्रहित व संस्थाहित को देखते हुए डीएलएड-2021 में प्रवेश हेतु पुनः ऑनलाइन पंजीकरण की स्वीकृति प्रदान की जाये। ताकि प्रवेश से वंचित छात्रों को प्रशिक्षण का अवसर मिल सके और महाविद्यालयों की सीटें भी भर सकें। इस दौरान प्रेमचन्द्र समेत अन्य महाविद्यालय स्टाफ की मौजूदगी उल्लेखनीय रही।
पत्रकार रजत तिमोरी की रिपोर्ट…