राहत के लिए विदेशी सहायता लेने में संकोच नहीं करेंगे: देउबा…
काठमांडू, 25 अक्टूबर । नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने कहा कि बेमौसम बारिश के कारण आई विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन के बाद राहत कार्यों में मदद के लिए उनकी सरकार अंतरराष्ट्रीय सहायता मांगने में संकोच नहीं करेगी। प्राकृतिक आपदा के कारण यहां पर अब तक कम से कम 111 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं तीन प्रांतों में करीब 7.2 अरब नेपाली रूपये मूल्य की धान की फसल नष्ट हो गई।
अधिकारियों के मुताबिक, बाढ़ और भूस्खलन की वजह से कम से कम 40 लोग लापता हैं।
रविवार को इटाहरी में एक कार्यक्रम में देउबा ने कहा, ‘‘बेमौसम बारिश की वजह से जानमाल का काफी नुकसान हुआ। यदि देश में पर्याप्त संसाधन नहीं हुए तो सरकार विदेशी दानदाताओं और मित्र देशों से सहायता मांगकर राहत प्रदान करेगी।’’
उन्होंने आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में सुरक्षा कर्मियों के प्रयासों की सराहना की और कहा कि पीड़ितों को राहत प्रदान करने के प्रयासों में तेजी लाई जाएगी।
रविवार को देउबा और अन्य मंत्रियों ने बाढ़ और भूस्खलन के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए प्रभावित जिलों का दौरा किया था।
भारतीय नौसेना चार दशक से अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण दे रही है। बड़ी संख्या में श्रीलंका के अधिकारी और नौसैनिक एसएनसी में एडवांस्ड पाठयक्रमों में प्रशिक्षण ले रहे हैं।
चार दिवसीय यात्रा के दौरान भारतीय नौसेना के जहाज मगर और शार्दुल के साथ ही 101 आईओटीसी के प्रशिक्षु कोलंबो बंदरगाह जाएंगे जबकि जहाज सुजाता, सुदर्शिनी, तारंगिनी और सीजीएस विक्रम 100वीं आईओटीसी के प्रशिक्षुओं के साथ त्रिंकोमाली जाएंगे। जहाजों के 27 और 28 अक्टूबर को वापस आने का कार्यक्रम है।इस बीच, भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले ने वाइस एडमिरल चावला से मुलाकात की।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…