पलानीस्वामी ने द्रमुक से निर्माण सामग्री से जुड़े चुनावी वादे को पूरा करने की मांग की
चेन्नई, 23 अक्टूबर। विपक्ष के नेता और अन्नाद्रमुक के संयुक्त समन्वयक के. पलानीस्वामी ने शनिवार को मांग की कि तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक सरकार निर्माण सामग्री को आवश्यक वस्तुओं की सूची में शामिल करे और उन्हें लोगों को उचित मूल्य पर उपलब्ध कराए। तमिलनाडु में द्रमुक के सत्ता में आने के तुरंत बाद सीमेंट, रेत, नीली धातु, स्टील समेत अन्य की बढ़ती कीमतों का हवाला देते हुए पलानीस्वामी ने कहा कि मौजूदा सरकार अपने चुनावी वादे को पूरा करने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि द्रमुक ने
निर्माण सामग्री को आवश्यक वस्तुओं की सूची के तहत लाने का वादा किया था ताकि लोग उचित मूल्य पर उनका लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु अन्य राज्यों की तुलना में अधिक सीमेंट का उत्पादन
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करता है। लेकिन सीमेंट की खुदरा कीमत 470 रुपये प्रति बोरी है, जबकि द्रमुक के सत्ता में आने से पहले यह 370 रुपये में बेचा जाता था। देश में कहीं भी इतनी ऊंची दर पर सीमेंट नहीं बेचा जा रहा है। पलानीस्वामी ने कहा कि दिल्ली में सीमेंट की एक बोरी की खुदरा कीमत 350 रुपये, आंध्र प्रदेश की 370
रुपये, तेलंगाना की 360 रुपये और कर्नाटक की 380 रुपये है। अन्नाद्रमुक के संयुक्त समन्वयक ने कहा, एम-रेत की कीमत 5,000 रुपये प्रति यूनिट (पुरानी कीमत 3,000 रुपये), नीली धातु की कीमत 3,800 रुपये (पुरानी कीमत 2,000 रुपये), एक टन स्टील की कीमत 78,000 रुपये (पुरानी कीमत 48,000), ईंटें 29,000 रुपये (पुरानी कीमत 18,000 रुपये) से अधिक हो गई हैं। उनके अनुसार, प्रति वर्ग फुट निर्माण लागत 2021 की शुरुआत में लगभग 2,200 रुपये से बढ़कर 3,100 रुपये हो गई है।
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