झारखंड में गोविंदपुर-साहेबगंज हाईवे पर 500 एकड़ में औद्योगिक गलियारा विकसित करने की योजना…
रांची, 23 अक्टूबर। झारखंड सरकार ने धनबाद के गोविंदपुर से साहेबगंज को जोड़ने वाले हाईवे के किनारे 500 एकड़ इलाके में नया इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित करने की योजना तैयार की है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसके लिए सड़क के दोनों ओर जमीन चिह्न्ति करने का निर्देश दिया है। उद्योग विभाग और राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिवों को यहां उद्योग की संभावनाओं, जमीन की उपलब्धता और अन्य संसाधनों का आकलन-अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है।
धनबाद के गोविंदपुर से साहेबगंज को जोड़ने वाली यह सड़क 311 किलोमीटर लंबी है। धनबाद कोयला उत्पादन का हब है, जबकि साहेबगंज में राज्य का एकमात्र बंदरगाह दो वर्ष पहले शुरू हुआ है। ऐसे में इस हाईवे और इसके आस-पास के इलाकों में औद्योगिक विकास की पर्याप्त संभावनाएं हैं। उद्योगों के लिए रॉ मैटेरियल से लेकर तैयार प्रोडक्ट के परिवहन की ²ष्टि से भी यह हाईवे अत्यंत अहम साबित होगा। फिलहाल यह सड़क टू लेन है, जिसे फोरलेन में तब्दील करने का प्रोजेक्ट जल्द शुरू हो जाने की उम्मीद है। इसके साथ ही सड़क के 50 किलोमीटर के दायरे में इंडस्ट्रियल-इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाने की योजना है। इसके धरातल पर उतरने से 50 हजार से ज्यादा लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित किये जा सकते हैं। सीएम ने अधिकारियों को उद्योग के साथ-साथ आवास के लिए भी भूमि चिह्न्ति करने का निर्देश दिया है। इसके लिए राज्य सरकार ने संथालपरगना प्रमंडल के अंतर्गत आनेवाले सभी जिलों के उपायुक्तों को भी निर्देशित किया है। अधिकारियों को रैयतों की जमीन के अधिग्रहण के एवज में दिये जाने वाले मुआवजे और सुविधाओं आदि का भी आकलन करने के कहा गया है।
गोविंदपुर साहेबगंज रोड को औद्योगिक गलियारा के रूप में विकसित करने के क्रम में जुड़ी कई स्पर रोड का भी निर्माण किया जायेगा। ताकि, इस सड़क के आसपास स्थापित होने वाले औद्योगिक इकाइयों को मुख्य सड़क से जुड़ने का मार्ग मिल सके। उद्योग लगाने की इच्छुक कंपनियों को इकाइयां स्थापित करने के लिए जमीन उपलब्ध करायी जायेंगी। यह सड़क आगे चलकर साहेबगंज में गंगा नदी और वहां बन रहे गंगा ब्रिज से भी जुड़ेगी, जहां से बिहार व नार्थ इस्ट जाना आसान होगा। इससे व्यवसाय के दायरे का भी विस्तार होगा।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…