रावण’ के बाद अब ‘रामायण’ में ‘निषाद राज’ का रोल करने वाले…
75 वर्षीय चंद्रकांत पंड्या का निधन, मुंबई में ली आखिरी सांस…
मुंबई/महाराष्ट्र:- टीवी के फेमस धार्मिक ‘रामायण’ में रावण की भूमिका निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी के निधन के बाद अब एक और फेमस गुजराती फिल्म अभिनेता चंद्रकांत पंड्या का बीमारी के चलते निधन हो गया। 75 वर्षीय पंड्या ने बुधवार को मुंबई के अस्पताल में आखिरी सांस ली। बता दें, पंड्या रामायण में ‘निषाद राज’ की भूमिका में नजर आए थे।
इसके साथ ही उन्होंने 100 से भी ज्यादा गुजराती फिल्मों और नाटकों में काम किया है। उनका अंतिम संस्कार आज मुंबई में होगा। दीपिका चिखलिया ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर चंद्रकांत पंड्या की तस्वीर शेयर करते हुए लिए उनके निधन के बारे में जानकारी दी है।
‘बबला’ नाम से फेमस थे
बता दें कि चंद्रकांत पंड्या को लोग प्यार से ‘बबला’ नाम से भी बुलाते थे। चंद्रकांत का जन्म 1 जनवरी, 1946 को गुजरात के बनासकांठा जिले के भीलडी गांव में हुआ था। उनके पिता एक बिजनसमैन थे और बाद में वह गुजरात से आकर मुंबई में ही बस गए थे। वहीं चंद्रकांत का बचपन मुंबई में ही बीता और शिक्षा भी यही से पूरी हुई। चंद्रकांत पांड्या की बचपन से ही नाटकों में रुचि थी।
बीए तक की पढ़ाई करने के बाद उन्हें मुंबई में नाटकों में काम करने का मौका मिला और इसके बाद ही एक्टिंग की दुनिया में उनके करियर की शुरुआत हुई। गुजराती होने के चलते उन्हें पहला ब्रेक मिला गुजराती फिल्म ‘कडू मकरानी’ में मिला था। इस फिल्म में काम करने के बाद चंद्रकांत गुजराती फिल्म इंडस्ट्री के नामी अभिनेता बन गए। लेकिन रामायण में इनके ‘निषाद राज’ के किरदार ने उनकी पहचान को बुलंदियों पर पहुंचाया।
अमजद खान के कॉलेज फ्रेंड थे
चंद्रकांत पंड्या ने ‘रामायण’ के अलावा कई फिल्मों और टीवी शोज में भी काम किया है। वहीं चंद्रकांत बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर अमज़द खान के बेस्ट फ्रेंड रहे हैं, क्योंकि दोनों दोनों ने कॉलेज की पढ़ाई एक साथ पूरी की। इसके अलावा रामायण के चर्चित पात्रों अरुण गोविल (राम) और अरविंद त्रिवेदी (रावण) के भी बेस्ट फ्रेंड रहे हैं।
बता दें कि ‘रामायण’ सहित चंद्रकांत पंड्या ने करीब 100 से अधिक हिंदी और गुजराती फिल्में और नाटकों में काम किया है। इस टीवी शोज में ‘विक्रम बेताल’, ‘सम्पूर्ण महाभारत’, ‘होते होते प्यार हो गया’, ‘तेजा’, ‘माहियार की चुंडी’, ‘सेठ जगदंशा’, ‘भादर तारा वहता पानी’, ‘सोनबाई की चुंडी’ और ‘पाटली परमार’ शामिल है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…