अडाणी समूह नवीकरणीय ऊर्जा मूल्य श्रृंखला में 70 अरब डॉलर तक निवेश करेगा..
नई दिल्ली, 19 अक्टूबर जाने-माने उद्योगपति गौतम अडाणी ने मंगलवार को कहा कि उनका समूह अगले दस साल में नवीकरणीय ऊर्जा मूल्य श्रृंखला में 50 से 70 अरब डॉलर निवेश करेगा। समूह की कंपनियां नियोजित पूंजीगत व्यय का 70 प्रतिशत 2030 तक ऊर्जा क्षेत्र में बदलाव में निवेश करने को प्रतिबद्ध हैं।
लंदन साइंस म्यूजियम में ब्रिटेन के वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन के दौरान उद्योगपतियों से बातचीत में उन्होंने जलवायु परिवर्तन से निपटने को लेकर समानता के आधार पर और व्यावहारिक नीतियों की वकालत की। उन्होंने व्यावहारिक लक्ष्य और एजेंडा तय करने की सिफारिश की।
अडाणी ने कहा कि समूह के हरित ऊर्जा क्षेत्र में हाइड्रोजन पासा पलटने वाला साबित होगा। समूह की हरित ऊर्जा इकाई दुनिया के सबसे बड़ा हरित हाइड्रोजन उत्पादकों में से एक होगी।
अडाणी समूह ने उनके हवाले से जारी बयान में कहा, ”हरित नीतियां और जलवायु परिवर्तन से जुड़ी कार्रवाई अगर समान वृद्धि पर आधारित नहीं हुई तो दीर्घकाल में समस्या पैदा होगी।”
उद्योगपति ने कहा कि जलवायु रणनीतियां और उससे निपटने के उपाय तैयार करते समय नीति-निर्माताओं को वंचितों की आवाज निश्चित रूप से सुननी चाहिए।
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि इस मामले में सहयोगपूर्ण रुख की जरूरत है। विकसित देश ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन के लिये अधिक जिम्मेदार रहे हैं। ऐसे में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और ऐसी नीतियां तथा लक्ष्यों के प्रस्ताव करने चाहिए, जो विकासशील देशों की जरूरतों को पूरा करते हों।
अडाणी ने कहा कि हम जहां जरूरत है, निवेश कर रहे हैं। ”हमारी हरित ऊर्जा से जुड़ी कंपनियां इस मामले में निवेश योजनाओं के जरिये अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।”
उन्होंने कहा कि ऊर्जा और जन केंद्रित सेवाओं से जुड़ी समूह की हमारी कंपनियां अगले दस साल में नवीकरणीय ऊर्जा में 20 अरब डॉलर निवेश करेंगी।
अडाणी ने कहा, ‘कुल मिलाकर विस्तार और परियोजनाओं के अधिग्रहण के जरिये पूरी हरित ऊर्जा मूल्य श्रृंखला में 50 अरब डॉलर से 70 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा। नियोजित पूंजी व्यय में 70 प्रतिशत निवेश 2030 तक होगा। यह निवेश सतत विकास से जुड़ी प्रौद्योगिकियों में होगा
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट