कर्नाटक कॉलेज की छात्रा के आत्महत्या मामले में सब-इंस्पेक्टर समेत 8 के खिलाफ एफआईआर दर्ज
मैसूर, 18 अक्टूबर। कर्नाटक पुलिस ने मैसूर जिले के चन्नापट्टना गांव में एक कॉलेज छात्र की कथित आत्महत्या के मामले में एक सहायक उप-निरीक्षक सहित आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। पीड़िता ने अपने सुसाइड नोट में अपने प्रेमी को कथित तौर पर धोखा देने के लिए मौत की सजा की मांग की थी।
पुलिस के अनुसार, सहायक उप-निरीक्षक शिवराज के खिलाफ हुल्लाहल्ली पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई थी और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद भी युवती की दुर्दशा पर आंखें मूंद ली गई थी जिसमें आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। मामले की जांच करने वाले नंजनगुड सर्कल इंस्पेक्टर ने इस संबंध में रिपोर्ट सौंप दी है।
अन्य सात आरोपियों सुरेश, गुरुमल्लू, लोकेश, जदेमल्लैया, मल्लिकार्जुनैया, गौरम्मा और राजम्मा के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। हुल्लाहल्ली से स्नातक शोभा उसी गांव में रहने वाले लोकेश से प्यार करती थी। लोकेश ने उससे शादी का वादा
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किया था और शारीरिक संबंध बना लिए थे। इस बीच लोकेश ने उससे दूरी बना ली और आरोप लगाया कि उसने उसी गांव के एक अन्य युवक सुरेश से बात की थी। इसके बाद, लोकेश बेंगलुरु शिफ्ट हो गया और उसके साथ संबंध तोड़ लिया।
शोभा ने लोकेश के खिलाफ हुल्लाहल्ली थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। इससे नाराज लोकेश और उसके परिवार के सदस्य शोभा के घर पहुंचे और उसके माता-पिता से झगड़ा किया। उन्होंने पीड़िता और उसके माता-पिता के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया। शोभा ने अपमान को सहन करने में असमर्थ, 5 अक्टूबर को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
उसकी मौत के ग्यारह दिन बाद, शोभा के परिवार के सदस्यों ने घर की सफाई के दौरान उसके द्वारा लिखा एक सुसाइड नोट बरामद किया। पीड़िता ने अपने प्रेमी लोकेश को कथित तौर पर धोखा देने के लिए मौत की सजा की मांग की थी। उसने सुरेश के बारे में भी लिखा, जो आरोपी व्यक्तियों में से एक है, जिसने उसे सुसाइड नोट में धमकी दी थी। पुलिस ने घटना की जांच की और एक पुलिस अधिकारी सहित आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। आगे की जांच चल रही है।
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