प्रियंका की बहन मीरा चोपड़ा को इंटीरियर डिजाइनर ने उनके ही घर से निकाला…
मुंबई, 13 अक्टूबर। प्रियंका चोपड़ा की कजिन सिस्टर मीरा चोपड़ा एक बार फिर खबरों में हैं। इस बार किसी फिल्म को लेकर नहीं बल्कि अपने उस एफआईआर को लेकर खबरों में हैं जो उन्होंने मुंबई के ओशिवारा पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाया है।
बता दें कि मीरा चोपड़ा ने अपने इंटीरियर डिजाइनर पर चीटिंग का आरोप लगाया है और उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। मीरा ने ट्वीट कर भी इस बात की जानकारी दी है और शहर में रहने वाली अकेली महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने इस ट्वीट में सीएमओ महाराष्ट्र, संजय राउट और उद्धव ठाकरे को टैग करते हुए लिखा है, ‘अगर कोई लड़की शहर में अकेली रह रही है तो उसकी मदद हर हाल में की जानी चाहिए।’
दरअसल मीरा चोपड़ा ने अंधेरी में अपना नया आशियाना खरीदा था और इसे रीडिज़ाइन करने के लिए इंटीरियर डिज़ाइनर राजिंदर दीवान को उन्होंने हायर किया। इंटीरियल डिज़ाइनिंग के लिए 17 लाख रुपये की डील भी हुई, लेकिन मीरा को शूटिंग के लिए बीच में ही बनारस जाना पड़ गया। बनारस के लिए निकलने से पहले मीरा ने 50 फीसदी अडवांस पेमेंट कर दिया था।
खबर है कि मीरा जब शूटिंग से वापस लौटीं तो पाया कि घर में इस्तेमाल मटीरियरल घटिया क्वॉलिटी के थे। जब मीरा ने इंटीरियर डिज़ाइनर को यह दिखाया तो उन्होंने वहां काम कर रहे वर्कर्स के सामने ही उनके साथ अब्यूसिव लैंग्वेज़ में बात की। मीरा ने यह भी बताया है कि इसके बाद उन्हें ही उनके घर से बाहर धक्का देकर निकाल दिया गया और कहा गया कि वह कुछ गलत न बोलें वर्ना वर्कर्स काम करना बंद कर देंगे।
बता दें कि इससे पहले भी मीरा चोपड़ा ने दिल्ली पुलिस से एक घटना को लेकर मदद मांगी थी। मीरा ने बताया था कि दिल्ली में उनके पिता को पुलिस कॉलोनी में ही चाकू के बल पर लूट लिया गया। इस बात की जानकारी देते हुए लिखा कि जब यह घटना हुई तब उनके पिता शाम की सैर पर निकले थे। उन्होंने लिखा, ‘मेरे पिताजी पुलिस कॉलोनी में टहल रहे थे। एक स्कूटर पर 2 लोग आए, चाकू दिखाया और उनका फोन छीन लिया। क्या इस तरह आप दिल्ली के सुरक्षित होने का दावा करते हैं?’ हालांकि मीरा के इस ट्वीट पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और इसके लिए ऐक्ट्रेस ने उनका धन्यवाद भी किया था।
हाल ही में मीरा ने अपनी फैमिली से दो सदस्यों को कोविड के दौरान खोया है। मीरा ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, ‘मैं अपने बहुत नजदीकी 2 कजन को कोविड-19 नहीं बल्कि ढह चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण खोया है। मेरे पहले कजन को लगभग 2 दिनों तक बेंगलुरु में आईसीयू बेड नहीं मिला और दूसरे का निधन अचानक ऑक्सीजन लेवल गिर जाने के कारण हुआ।’ मीरा के दोनों कजन की उम्र 40 साल से कुछ ही ज्यादा थी। उन्होंने दुख जताते हुए कहा, ‘यह बेहद दुखद और निराशाजनक है कि हम उन्हें बचाने के लिए कुछ नहीं कर सके। मैं अभी भी लगातार डर में हूं कि आगे क्या होने वाला है। हर जिंदगी हमारे हाथों से फिसलती जा रही है। आप अपनी पूरी क्षमता के साथ कोशिश करते हैं मगर फिर भी आप उन्हें खो रहे हैं।’
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट