कच्चे माल की कीमत बढ़ने से साड़ी और ड्रेस मटेरियल्स 15 फीसदी तक महंगे होंगे…
कई व्यापारियों ने रेट बढ़ाए, कुछ दिवाली के बाद बढाएंगे…
यार्न, कोयला और कलर केमिकल सहित तमाम कच्चे माल की कीमत में लगातार बढ़ोतरी से कपड़े की लागत भी बढ़ गई है। प्रोसेसर्स ने तीन महीने में जॉब चार्ज 20 से 25 प्रतिशत तक बढ़ा दिए हैं। इससे सूरत के कई कपड़ा व्यापारियों ने 10 से 15 प्रतिशत दाम बढ़ाए और कुछ दिवाली के बाद बढ़ा देंगे। इसके पहले व्यापारियों ने सितंबर महीने में 10 प्रतिशत तक दाम बढ़ाए थे। पहले जाे साड़ी 200 रुपए की मिलती थी वह नए दाम के अनुसार 215 की मिलेगी। ड्रेस मटेरियल्स भी महंगे हो जाएंगे।
कोयला व कलर केमिकल की लगातार बढ़ रही कीमत
कोरोना के बाद देश-विदेश में कंटेनर्स की कमी चल रही है, साथ ही चीन द्वारा इंडोनेशिया से बड़े पैमाने पर कोयला खरीदने के कारण कोयले की शॉर्टेज खड़ी कर विक्रेता कोयले की कीमत लगातार बढ़ा रहे हैं। अप्रैल माह में जो कोयला 5800 रुपए के करीब था, वह इन दिनों 12 हजार रुपए प्रतिटन के हिसाब से मिल रहा है। इसके अलावा पिछले साल की अपेक्षा इस साल कलर-केमिकल की कीमत 25 प्रतिशत तक बढ़ा है। इसके चलते प्रोसेसिंग यूनिट संचालकों ने तीन महीन में तीन बार जॉब चार्ज बढ़ाए हैं। इसे तैयार कपड़े की कीमत भी बढ़ी है।
दाम नहीं बढ़ाए तो व्यापारियों को नुकसान होगा
कोयले की कीमत और कलर केमिकल की कीमत जिस तरह से बढ़ रही है। इससे साड़ी और ड्रेस की कीमत लगातार बढ़ रही है। यदि अब कीमत नहीं बढ़ाई गई तो व्यापारियों को नुकसान होगा। इसलिए हमने व्यापारियों को सूचित किया है कि वे कीमत बढ़ा दें। 15 अक्टूबर तक हमारी संस्था से जुड़े व्यापारी 15 प्रतिशत दाम बढ़ा देंगे। इसके पहले हमने सितंबर में दाम बढ़ाए थे। – नरेंद्र साबू, प्रमुख, सूरत मर्कंटाइल एसोसिएशन
ईंधन के भाव बढ़ने से ट्रांसपोर्टर्स ने 20 प्रतिशत तक बढ़ाया किराया
पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ने के कारण ट्रांसपोर्टरों ने किराए में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। इन दिनों बाजार में दिवाली के कारण तेजी होने से सूरत से प्रतिदिन 400 ट्रक रवाना हो रहे हैं। ट्रकों की कमी के कारण कई ट्रांसपोर्टर ने ऑर्डर की बुकिंग बंद कर दी है। बदलती परिस्थिति के साथ ही ट्रांसपोर्टर्स ने भी किराए में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है। जो ट्रक पहले 1 लाख रुपए के किराए पर बुक हो जाते थे। अब वह ट्रक 1.20 हजार रुपए में बुक हो रहे हैं। इन दिनों व्यापार तेजी के कारण पार्सल बड़ी संख्या में आ रहे है।
पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से टांसपोर्टेशन खर्च बढ़ा, यार्न की कीमत लगातार बढ़ रही
डाइंग-प्रोसेसिंग की कीमत लगातार बढ़ रही है। पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ने से यातायात खर्च भी बढ़ गया है। इसके अलावा यार्न की कीमत भी आसमान पर चढ़ी है। ऐसे में हम भी दिवाली के बाद कपड़ों की कीमत 10 से 15 प्रतिशत बढ़ाने की सोच रहे हैं।
– बृजमोहन अग्रवाल, कपड़ा व्यापारी
लग्नसरा पर बढ़े दाम से बुकिंग करेंगे व्यापारी
जिस तरह से जॉब चार्ज लगातार बढ़ रहा है। उसे देखते हुए व्यापारियों को भी साड़ी और ड्रेस मटीरियल्स की कीमत बढ़ानी पड़ेगी। अभी तक व्यापारी पुराने ऑर्डर का काम कर रहे थे, लेकिन दिवाली के बाद साड़ी और ड्रेस मटीरियल्स की कीमत 10 से 15 प्रतिशत बढ़ने की संभावना है। कई व्यापारियों पुराने दाम पर सौदे पूरा करने के बाद अब दिवाली के बाद लग्नसरा पर बढ़ी कीमत पर ऑर्डर बुक करेंगे।
– चंपालाल बोथरा, महामंत्री, फेडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन
यार्न की कीमत में 10 दिन में 10 से 12 रुपए की बढ़ोतरी
यार्न कारोबारियों का कहना है कि विदेश से आयातित यार्न और यार्न के कच्चे माल की कीमत बढ़ने से यार्न की कीमत 10 से 12 रुपए तक बढ़ी है। कोरोना के बाद से लगातार यार्न की कीमत बढ़ती ही जा रही है। सूरत में ज्यादातर पॉलिएस्टर यार्न का उपयोग होता है और पॉलिएस्टर यार्न की कीमत बढ़ने के कारण ग्रे की कीमत में भी 10 प्रतिशत तक का उछाल आया है।
कपड़ा व्यापारियों की चिंता बढ़ी
यार्न, कोयला और कलर-केमिकल के कई व्यापारी दिवाली के बाद से दाम बढाएंगे। कीमत बढ़ने से फिनिश्ड फैब्रिक्स की कीमत सीधे 10 प्रतिशत तक बढ़ गई है। दूसरी ओर अन्य राज्यों के व्यापारी बढ़ा हुआ दाम नहीं देते हैं। ऐसे में सूरत के व्यापारी कम कीमत पर माल बेच रहे थे। अब सूरत के व्यापारी भी दिवाली के बाद साड़ी और ड्रेस मटीरियल्स का दाम 10-15% तक बढ़ाने की सोच रहे हैं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…