भोपाल की पंचायतों को कर वसूली से आत्म निर्भर बनाने की कोशिश
भोपाल, 11 अक्टूबर। मध्य प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयासों के तहत पंचायतों को भी आय में बढ़ोत्तरी के रास्ते सुझाए जा रहे है। इसी के तहत राजधानी भोपाल की पंचायतों को करों की युक्ति संगत और समयबद्ध वसूली के गुर सिखाए जा रहे है। ऐसा इसलिए क्योंकि आगामी समय में गांव में स्वच्छता कर, संपत्ति कर, जलकर एवं अन्य प्रकार के करों की वसूली के लिए अभियान चलाया जाने वाला है। राजधानी के पंचायत से जुड़े अधिकारियों के लिए आयोजित प्रशिक्षण सह कार्यशाला में आए विशेषज्ञों ने कहा कि करों की युक्तिसंगत और समयबद्ध वसूली से प्राप्त धन से गांवों का बेहतर विकास कर गांवों को
आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। प्रशिक्षण के दौरान भोपाल जिले की 187 ग्राम पंचायतों में अनिवार्य कर एवं वैकल्पिक कर वसूल किए जाने हेतु प्रशिक्षण दिया गया, साथ ही कार्ययोजना भी तैयार की गई। कार्य योजना अनुसार ग्राम सभाओं के माध्यम
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से संकल्प लिया जाकर प्रस्ताव पारित किया जाएगा कि कलस्टर स्तर पर एडीओ पीसीओ नोडल अधिकारी के माध्यम से कलस्टर स्तरीय प्रशिक्षण होगा। प्रशिक्षण उपरांत ग्राम पंचायतों का सर्वे कार्य किया जाएगा। सर्वे के आधार पर ग्राम पंचायत वार
डाटा संकलित कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। ग्राम पंचायतों में करारोपण के लिए वृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाएगा एवं स्वच्छता कर, संपत्ति कर, जलकर एवं अन्य प्रकार के करों की वसूली की कार्यवाही की जायेगी। कार्यशाला में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विकास मिश्रा, अतिरिक्त मुख्य कार्यक्रम अधिकारी आर के वर्मा, मास्टर ट्रेनर भूषण दनदे बंदाई, इन्फो प्राइवेट लिमिटेड के इम्तियाज, तकनीकी विशेषज्ञ कराधान प्रभारी संदीप श्रीवास्तव, कमल चंदानी, जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत फंदा एवं बैरसिया के सहायक विस्तार अधिकारी, पंचायत समन्वयक, पंचायत इंस्पेक्टर उपस्थित रहे।
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