एक ही परिवार के कई नाते-रिश्तेदारों ने चुनावी मैदान में ताल ठोंका

रैगांव में एक ही परिवार के कई नाते-रिश्तेदारों ने चुनावी मैदान में ताल ठोंका

भोपाल, 10 अक्टूबर। मध्यप्रदेश के सतना जिले की रैगांव विधानसभा क्षेत्र में चुनाव का अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है क्योंकि यहां एक ही परिवार के कई सदस्य ताल ठोक रहे हैं और जीत का दावा भी किए जा रहे हैं। यहां बागरी परिवार के नाते रिश्तेदार कुल 5 लोग चुनावी मैदान में हैं। रैगांव में उपचुनाव भाजपा के विधायक रहे जुगल किशोर बागरी के निधन के कारण

हो रहा है। यहां से जुगल किशोर के परिवार बेटे भाजपा से टिकट मांग रहे थे, मगर भाजपा ने प्रतिमा बागरी को अपना उम्मीदवार बनाया है। प्रतिभा की उम्मीदवारी से जुगल किशोर बागरी के परिवार के सदस्य खुश नहीं हैं और उनके नाते रिश्तेदार भी मैदान में आ गए हैं। भाजपा से टिकट न मिलने पर जुगल किशोर बागरी के बेटे पुष्पराज नाराज हुए और उन्होंने बगावत का फैसला कर डाला। वे तो नामांकन भी भर चुके हैं, इतना ही नहीं उनके छोटे भाई की पत्नी वंदना देवराज बागरी ने

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भी निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है। इसके साथ ही भाजपा की उम्मीदवार प्रतिमा बागरी के रिश्ते के चाचा पूर्व विधायक धीरेंद्र सिंह धीरू ने भी समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भर दिया है। इसके अलावा पूर्व जिला पंचायत सदस्य रानी बागड़ी ने भी नामांकन भर दिया है। इस तरह भाजपा के उम्मीदवार सहित बागरी परिवार के नाते रिश्तेदार कुल पांच लोग मैदान में हैं। भाजपा की ओर से बगावती तेवर अपनाने वाले नेताओं को मनाने की कोशिश की जा रही है और संभावना भी जताई जा रही है कि बहुसंख्यक बागी मान जाएंगे, लेकिन सपा उम्मीदवार धीरेंद्र सिंह धीरू फिर भी मैदान में रहने

पर अड़े हैं। वे दावा कर रहे हैं कि वे मैदान में उतरे हैं और लड़ने के लिए ही उतरे हैं। रैगांव विधानसभा में 30 अक्टूबर को मतदान होना है और यहां से 24 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। इनमें भाजपा की उम्मीदवार प्रतिमा बागरी हैं तो वही कांग्रेस ने कल्पना वर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है। ज्ञात हो कि राज्य में तीन विधानसभा पृथ्वीपुर, रैगांव व जोबट और खंडवा लोकसभा क्षेत्र में उप-चुनाव हो रहे है। यह उप-चुनाव चारों निर्वाचित प्रतिनिधियों के कारण हो रहे है। इन चार में से एक विधानसभा और खंडवा लोकसभा पर भाजपा का कब्जा था, वहीं पृथ्वीपुर व जोबट से कांग्रेस उम्मीदवार जीते थे। अब दोनों ही दल चारों स्थानों पर जीत का दावा कर रहे हैं।

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