सेंसेक्स फिर हुआ 60 हजारी, अगले सप्ताह आर्थिक आंकड़ों से तय होगी बाजार की चाल

सेंसेक्स फिर हुआ 60 हजारी, अगले सप्ताह आर्थिक आंकड़ों से तय होगी बाजार की चाल

मुंबई, 10 अक्टूबर। एक सप्ताह के बाद फिर से उड़ान भरने वाले घरेलू शेयर बाजार की चाल अगले सप्ताह महंगाई के आंकड़ों और कंपनियों के तिमाही परिणामों से तय होगी।। रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दरों को यथावत बनाये रखने के बल पर बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1293.48 अंकाें की उछाल लेकर फिर से 60 हजार अंक के

पार 60059.06 अंक पर पहुंच गया। इस दौरान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 363.15 अंक चढ़कर 17895.20 अंक पर रहा। दिग्गज कंपनियों की तरह ही छोटी कंपनियाें में भी लिवाली देखी गयी जबकि मझौली कंपनियों पर कुछ दबाव दिखा जिससे उसमें लिवाली थोड़ी सुस्त रही। बीएसई का मिडकैप 613.14 अंक बढ़कर 25837.34 अंक पर रहा जबकि स्मॉलकैप 1114.37 अंकों की तेजी लेकर 29 हजार अंक के पार 29329.99 अंक पर पहुंच गया। सप्ताहांत पर रिजर्व

बैंक ने मौद्रिक नीति की अपनी द्विमासिक समीक्षा बैठक की, जिसमें आगे महंगाई के जोखिम को ध्यान में रखते हुये नीतिगत दरों को यथावत छोड़ दिया गया। इसके साथ ही मौद्रिक रूख को भी उदार बनाये रखने का निर्णय लिया गया। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हो रही बेतहाशा बढ़ोतरी पर रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास ने भी चिंता जतायी और इसको काबू किये जाने की आवश्यकता बतायी। चालू वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में खुदरा महंगाई के छह प्रतिशत की ओर बढ़ने का

अनुमान जताते हुये उन्होंने कहा कि डीजल और पेट्रोल की कीमतों को नियंत्रित किये जाने की आवश्यकता है। आर्थिक विकास अनुमान को 9.5 प्रतिशत पर यथावत रखते हुये उन्होंने कहा कि काेरोना की दूसरी लहर के बाद टीकाकरण में आयी तेजी से अर्थव्यवस्था को भी बल मिल रहा है और आर्थिक गतिविधियां तेजी से सुधर रही है। इस दौरान बाजार बंद होने पर देश की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टीसीएस का तिमाही वित्तीय लेखा जोखा पेश किया गया, जो विश्लेषकों के अनुमान के

अनुरूप नहीं रहा है। इसके साथ ही कंपनी छोड़ने वाले कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी हुयी है। विश्लेषक इसे चिंताजनक बता रहे हैं। अगले सप्ताह टीसीएस के परिणाम का असर भी बाजार पर दिख सकता है और आईटी समूह में बिकवाली हो सकती है। इसके साथ ही खुदरा महंगाई और औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के आंकड़ 12अक्टूबर को जारी होने है तथा 14 अक्टूबर को थोक महंगाई के आंकड़े आयेंगे। उनका भी असर बाजार पर दिख सकता है। इसके अतिरिक्त इंफोसिस और विप्रो

जैसी दिग्गज कंपनियों के तिमाही परिणाम भी अलगे सप्ताह आने है। विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक स्तर पर अभी कच्चे तेल में उबाल आया हुआ और अमेरिका के तेल निर्यात पर अंकुश लगाने से इसमें और तेजी आने की आशंका है। इसका असर वैश्विक स्तर पर होगा और भारतीय बाजार भी इससे अछूता नहीं रह सकता है। उन्होंने बाजार में फिर से मुनाफावूसली होने की आशंका जताते हुये कहा कि बड़ी कंपनियों की तुलना में छोटी कंपनियों में दीर्घकालिक निवेश बेहतर हो सकता है। स्वास्तिक

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इंवेस्टमेंट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा कि कंपनियों के तिमाही परिणामों के साथ ही अर्थव्यवस्था से जुड़े आंकड़े जैसे खुदरा महंगाई, आईआईपी और थोक महंगाई के आंकड़ों का भी बाजार पर असर दिखेगा। इसके साथ ही अमेरिका में रोजगार के आंकड़ों के साथ ही वहां बाँड पर रिर्टन में बढोतरी होने और कच्चे तेल के 83 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचने से बाजार में मुनाफावसूली हो सकती है। बीते सप्ताह के पहले दिन सोमवार को सेंसेक्स 378 अंकों की बढ़त के साथ 59

हजार अंक के पार 59143 अंक पर खुला। हालांकि शुरूआती कारोबार में यह 59 हजार अंक से नीचे 58952.11 अंक के निचले स्तर तक फिसला लेकिन इसके बाद हुयी लिवाली के बल पर यह 59548.82 अंक के स्तर तक चढ़ा। अंत में यह पिछले दिवस के 58765.58 अंक की तुलना में 533.74 अंक अर्थात 0.91 प्रतिशत बढ़कर 59299.32 अंक पर रहा। निफ्टी 83 अंकों की बढ़त के साथ 17615.55 अंक पर खुला। सत्र के दौरान यह 17581.35 अंक के निचले और 17750.90 अंक के उच्चतम

स्तर के बीच रहा। अंत में पिछले दिवस के 17532.05 अंक की तुलना में 0.91 प्रतिशत अर्थात 159.20 अंकों की बढ़त लेकर 17691.25 अंक पर रहा। मंगलवार को लगातार दूसरे दिन बाजार में तेजी रही। तेल एवं गैस, टेलीकॉम, एनर्जी, पावर, आईटी और टेक जैसे समूहों में हुयी लिवाली के बल पर सेंसेक्स 445.36 अंक उछलकर 59744.88 अंक पर और निफ्टी 137.05 अंक बढ़कर 17828.30 अंक पर रहा। बीते दो दिनों की तेजी बुधवार को बरकरार नहीं रह सकी और कच्चे तेल में जारी उबाल के

कारण विदेशी बाजारों की भारी गिरावट से आशंकित निवेशकों की चौतरफा बिकवाली के दबाव में सेंसेक्स 555.15 अंक का गोता लगाकर 59,189.73 अंक पर और निफ्टी 176.30 अंक टूटकर 17646 अंक पर आ गया। गुरुवार को कच्चे तेल में जारी उबाल के कुछ नरम पड़ने की उम्मीद में विदेशी बाजार के चढ़ने से उत्साहित निवेशकों की चौतरफा लिवाली के दम पर सेंसेक्स 488.10 अंक की छलांग लगाकर 59,677.83 अंक पर और निफ्टी 144.35 अंक उछलकर 17790.35 अंक पर पहुंच गया।

शुक्रवार को विदेशी बाजारों की तेजी के साथ स्थानीय स्तर पर रिजर्व बैंक के नीतिगत दरों को यथावत रखने से उत्साहित निवेशकों की लिवाली के दम पर सेंसेक्स एक सप्ताह के बाद 60 हजार अंक को पार कर गया तथा निफ्टी भी 18 हजारी होने को बेताब दिखा। सेंसेक्स 381.23 अंक की छलांग लगाकर 60 हजार अंक के पार 60,059.06 अंक पर और निफ्टी 104.85 अंक उछलकर 18 हजार अंक के करीब 17895.20 अंक पर रहा।

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