बुजुर्ग लोगों की हेल्पलाइन पर मई से आए 3.39 लाख से अधिक फोन

बुजुर्ग लोगों की हेल्पलाइन पर मई से आए 3.39 लाख से अधिक फोन

नई दिल्ली, 03 अक्टूबर। वरिष्ठ नागरिकों के लिए सरकारी हेल्पलाइन सुविधा ‘एल्डरलाइन’ पर मई माह से 3.39 लाख से अधिक फोन आए हैं, जिनमें से 79,000 से अधिक फोन उत्तर प्रदेश से किए गए हैं।

‘टाटा ट्रस्ट्स’ के सहयोग से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय हेल्पलाइन सुविधा का लक्ष्य बुजुर्ग लोगों को सहायता मुहैया कराना है।

इस हेल्पलाइन पर उत्तर प्रदेश से सर्वाधिक फोन आए हैं। उत्तर प्रदेश से 79,542 कॉल आए हैं। इसके बाद 54,432 कॉल उत्तराखंड, 42,610 कॉल तेलंगाना, 27,708 कॉल तमिलनाडु और 22,711 कॉल कर्नाटक के लोगों ने किए हैं।

‘एल्डरलाइन’ के जरिए महिलाओं की तुलना में पुरुषों ने अधिक मदद मांगी है। आंकड़ों के अनुसार 23,390 पुरुषों और 8,178 महिलाओं ने इस हेल्पलाइन पर कॉल किया।

आंकड़ों के अनुसार, जिन कारणों से बुजुर्गों ने हेल्पलाइन के जरिए संपर्क किया, उनमें कोविड सहायता (13,496), पेंशन (8,952), दुर्व्यवहार (1890), स्वास्थ्य संबंधी सहायता (1202), बचाव (423) और वृद्धाश्रमों से संबंधित प्रश्न (632) शामिल थे।

मंत्रालय ने आंकड़े साझा करके बताया कि एक मई से 3,39,879 फोन मिले थे, जिनमें से 3,02,195 कॉल ऐसे थे, जो सेवा योग्य नहीं थी, जैसे कि इन कॉल के जरिए जिन लोगों ने मदद मांगी, वे बुजुर्ग नहीं थे। जो 37,684 वास्तविक कॉल आए, उनमें से 17,933 कॉल (47.59 प्रतिशत) कोविड-19 संबंधी सहायता, टीकाकरण की जानकारी और स्वैच्छिक सेवाओं से संबंधित थे।

अधिकारियों ने बताया कि हेल्पलाइन पर किए जाने वाले कॉल की मदद से सरकार को बुजुर्गों के लिए नीति निर्माण की दिशा तय करने में मदद मिलेगी।

अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने ‘एल्डरलाइन’ को राष्ट्र को समर्पित किया था और वरिष्ठ नागरिकों को इसके द्वारा दी जाने वाली सहायता की सराहना की थी।

लिंक पर क्लिक कर पढ़िए ”हिन्द वतन” समाचार की रिपोर्ट

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