भाजपा के पास अपने नेताओं के नाम के लिए अपना कोई काम नहीं : अखिलेश यादव
लखनऊ, 11 सितंबर। देश के महापुरूषों की जयंती मनाना भी विपक्षी पार्टियों को रास नहीं आ रहा है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि भाजपा के पास अपने नेताओं के नाम के लिए अपना कोई काम नहीं है। भाजपा स्वतंत्रता विरासत की संस्कृति को नष्ट करना चाहती है। अब सामाजिक सद्भाव को तोड़ना तथा सपा को बदनाम करना ही भाजपा का मूल एजेंण्डा रह गया है।
ये बातें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को समाजवादी पार्टी के लखनऊ कार्यालय में एक बयान में कही। उन्होंने कहा कि 2022 का चुनाव देश और लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है। यूपी से ही बदलाव होगा जनता ने यह तय कर लिया है। कालाधन, भ्रष्टाचार और आतंकवाद के नाम पर राजनीति करने वाली भाजपा की सच्चाई जनता जान चुकी है। भाजपा लोकतंत्र के विरुद्ध आचरण करती है। भाजपा अलोकतांत्रिक व्यवस्था की पक्षधर है।
उन्होंने कहा कि फासिस्ट ताकतों से देश को बचाना है। महिलाओं की अस्मिता पर हो रहा हमला शर्मनाक है। सामाजिक न्याय के प्रति बीजेपी सरकार का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण है। असंगठित क्षेत्र के 6 करोड़ मजदूर आत्महत्या करने को विवश हैं। किसान और बेकारी प्रमुख समस्या है। इनके समाधान के प्रति सरकार की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी लोकतंत्र के लिए समर्पित और संकल्पित है। संवैधानिक अधिकारों की बहाली के लिये समाजवादी सरकार ही एकमात्र विकल्प है। वंचित और उपेक्षित तबके के सम्मान की लड़ाई सपा ही लड़ती है। उत्तर प्रदेश में खुशहाली और तरक्की के लिए समाजवादी पार्टी सरकार का बनना जनहित में है।
संवाददाता मतीन अहमद की रिपोर्ट