राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने प्रो0 हरेराम त्रिपाठी (प्रोफेसर सर्वदर्शन) श्री लाल बहादुर शास्त्री…
राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली को कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से 3 वर्ष की…
अवधि के लिए सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी का कुलपति नियुक्त किया है…
राज्यपाल ने कहा कि कोविड-19 महामारी का प्रकोप अभी समाप्त नहीं हुआ है इसकी तीसरी लहर आने की सम्भावना व्यक्त की जा रही है जो कि बच्चों के लिये खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसी दशा में विश्वविद्यालय महामारी से बचाव के लिये जागरूकता एवं कोविड-19 टीकाकरण के लिये विश्वविद्यालय के एन.सी.सी तथा एन.एस.एस के माध्यम से ग्राम प्रधानों तथा ग्रामीण महिलाओं को भी जागरूक करें उन्हें टीकाकरण के साथ-साथ बचाव के एहतियाती उपायों की भी जानकारी दें। उन्होंने कहा कि उचित होगा कि इसके साथ-साथ महिलाओं को विभिन्न सामाजिक कुरीतियों से भी अवगत कराया जाय तथा विश्वविद्यालय अपनी छात्राओं को नारी बंदी निकेतन, चिकित्सालयों आदि का भी भ्रमण करायें ताकि छात्रायें बंदी महिलाओं से सजा के कारण से भिज्ञ हो सकें भविष्य में होने वाले अपराधों से बच सके।
राज्यपाल जी ने समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि लम्बे समय से लम्बित महालेखाकार की आॅडिट आपत्तियों का शीर्ष प्राथमिक से निस्तारित करें साथ ही लम्बित डिग्री, प्रमाण पत्रों को यथा शीघ्र छात्रों के पतों पर भेजना सुनिश्चत करें उन्होंने कहा कि छात्रों को डिग्री के लिये अनावश्यक विश्वविद्यालयों के चक्कर न लगाना पड़े। उचित होगा कि डिग्रीयों का डिजिटाइजेशन कर दिया जाय। उन्होंने कहा कि उत्तम शिक्षा के लिये नियुक्ति में पारदर्शिता अत्यंत जरूरी है अतः नियमित तथा संविदा एवं गेस्ट लेक्चरर की नियुक्ति में पूर्ण पारदर्शिता बरती जायें तथा रिक्त पदों पर भर्ती हेतु शीघ्र अति शीघ्र विज्ञापन प्रकाशित करायें जाय तथा शैक्षिणक सत्र को नियमित एवं सुचारू रूप से चलाने हेतु एकेडमिक कैलेंडर तैयार कर समय सारणी जारी करें साथ ही नयी शिक्षा नीति को भी विश्वविद्यालय में लागू करें। राज्यपाल ने आगामी योग दिवस एवं वृक्षारोपण महाभियान के लिये कार्य योजना बनाकर राजभवन को यथाशीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
समीक्षा के दौरान कुलाधिपति ने पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा दी गयी जानकारी से संतुष्ट नही हुईं तथा नाराजगी प्रकट करते हुये विश्वविद्यालय की बिन्दुवार विस्तृत रिपोर्ट पुनः प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
बैठक में राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता, विशेष कार्याधिकारी डा0 पंकज जानी, विश्वविद्यालय के कुलपतिगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
एक अन्य कार्यक्रम में राज्यपाल जी ने श्रीमती सीमा त्रिपाठी द्वारा रचित पुस्तक “अनकही अभिव्यक्ति” का विमोचन भी किया।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…