देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय
देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
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मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)
देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)
देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)
देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
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उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
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देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)
देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)भारतीय मोबाइल कांग्रेस में एक मंच पर होंगे मुकेश अंबानी, सुनील मित्तलभारतीय मोबाइल कांग्रेस में एक मंच पर होंगे मुकेश अंबानी, सुनील मित्तलभारतीय मोबाइल कांग्रेस में एक मंच पर होंगे मुकेश अंबानी, सुनील मित्तलभारतीय मोबाइल कांग्रेस में एक मंच पर होंगे मुकेश अंबानी, सुनील मित्तलभारतीय मोबाइल कांग्रेस में एक मंच पर होंगे मुकेश अंबानी, सुनील मित्तलभारतीय मोबाइल कांग्रेस में एक मंच पर होंगे मुकेश अंबानी, सुनील मित्तलभारतीय मोबाइल कांग्रेस में एक मंच पर होंगे मुकेश अंबानी, सुनील मित्तलभारतीय मोबाइल कांग्रेस में एक मंच पर होंगे मुकेश अंबानी, सुनील मित्तल
रतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)
देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)देश की शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के प्रमुख 25 से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने जा रही भारतीय मोबाइल कांग्रेस में मंच साझा करते देखे जाएंगे। इस कार्यक्रम में दूरसंचार उद्योग के समक्ष उपस्थित गंभीर मुद्दों पर गहन चर्चा की संभावना है। इस कार्यक्रम के दौरान 5जी, मशीन-टू-मशीन संवाद, इंटरनेट ऑफ थिंग्स समेत अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन भी होगा।
कार्यक्रम की समय-सारिणी के अनुसार, रिलायंस जियो के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल 25 अक्टूबर को उद्घाटन सत्र में एक साथ मंच पर उपस्थित होंगे। वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने का अनुमान है।
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्यूलर ऑरपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यू ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी तीनों दूरसंचार कंपनियों के प्रमुखों के भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि शीर्ष दूरसंचार कंपनियों के मुख्य तकनीकी अधिकारियों तथा मुख्य विपणन अधिकारियों के भी इस कार्यक्रम में विभिन्न कारोबारी प्रस्तावों पर चर्चा का अनुमान है। भारतीय मोबाइल कांग्रेस के इस दूसरे संस्करण में बिम्सटेक क्षेत्रीय दूरसंचार क्षेत्र पर जोर रहेगा।
मैथ्यूज ने कहा कि कार्यक्रम में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों ने भी भागीदारी की स्वीकृति दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बार्सिलोना में विश्व मोबाइल कांग्रेस होता है लेकिन हर कोई वहां जा नहीं पाता है। दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया में ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होता है जिसमें दूरसंचार क्षेत्र की क्षमताएं प्रदर्शित की जा सकें और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इस बार हमारे पास एफसीसी चेयरमैन अजित पई, यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष आंद्रस अंसिप और बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के प्रतिनिधियों जैसे वैश्विक वक्ता होंगे।’’
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय मोबाइल कांग्रेस में उन प्रतिनिधियों तथा उद्योग जगत के अधिकारियों के लिए उपस्थित रहेगी जो सरकार से मिलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा और दूरसंचार विभाग की सचिव अरुणा सुंदरराजन कांग्रेस में पूर्व नियोजित समय के हिसाब से लोगों से मिलेंगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भी नवोन्मेषियों से संपर्क के लिए उपलब्ध होगा। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम में चुनिंदा स्टार्टअप के लिये सरकार से वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)
मोबाइल कांग्रेस में 300 प्रदर्शकों, 2500 प्रतिनिधियों तथा 10 हजार दर्शकों के शामिल होने का अनुमान है।
मैथ्यूज ने कहा, ‘‘हमने 250 स्टार्टअप का चयन किया है। हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर इस बात के लिए काम करेंगे कि श्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए कुछ वित्तीय मदद उपलब्ध हो सके।’’ (इनपुट:भाषा)