राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ मसूद अहमद ने सरकार पर…

राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ मसूद अहमद ने सरकार पर…

कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में राज्य सरकार की लापरवाही पर हमला करते हुए कहा…

लखनऊ 01 मई। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ मसूद अहमद ने सरकार पर कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में राज्य सरकार की लापरवाही पर हमला करते हुए कहा कि
कोरोना महामारी विकराल रूप धारण कर चुकी है,कोरोना वायरस पहले से ज्यादा ताकतवर एवं संक्रामक हो गया है,यह वायरस एक व्यक्ति के माध्यम से  तीस व्यक्तियों तक पहुच रहा है,ऐसे में संक्रमण तेजी से फैल रहा है और मृतकों की संख्या में भारी बढ़ोत्तरी हो रही है।
पिछली बार शहरों में हाहाकार मचाने के बाद इस दूसरे फेज में यह गांव कस्बों में तबाही मचाने की तरफ तेजी से चल पड़ा है,गांव कस्बों में राज्य सरकार के सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में न जांच की व्यवस्था है न बेडो कि न आईसीयू की न वेंटिलेटर की,सरकार ऑक्सीजन व जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता व कोई कमी नही है जैसी बात कर प्रदेश की जमीनी सच्चाई से मुह मोड़कर अपनी जिम्मेदारी व जवाबदेही से बचने का प्रयास कर रही है।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष डॉ मसूद अहमद ने कहा की  टेस्टिंग, ट्रैकिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट में सरकार कोरी बयानबाजी तक सीमित है सरकारी अस्पतालों में दवाओं व ऑक्सीजन के अभाव में लोग  दम तोड़ रहे है,निजी नर्सिंग होम में मरीजों के साथ लूट का धंधा इस स्तर तक पहुच गया है कि एक दिन का इलाज के एवज में एक लाख से पांच लाख रुपया तक वसूला जा रहा है वही केंद्र सरकार के आयुषमान कार्ड को कोई निजी अस्पताल स्वीकार नही कर रहे है रद्दी कागज बन चुके आयुष्मान कार्ड के बाद गरीब संक्रमित मरीज बिना इलाज के जीवनलीला समाप्त कर रहे है दूसरी तरफ पंचायत चुनाव ड्यूटी में लगाये गए शिक्षक अन्य कर्मचारियों की दर्दनाक मौत दिल को दहला रही है,राज्य सरकार द्वारा पंचायत चुनाव ड्यूटी में संक्रमित होकर मौत के मुह में गए शिक्षक व कर्मचारियों के परिवार को कोई राहत नही दी जा रही है बेशर्मी की सीमा पारकर चुकी राज्य सरकार कह रही है कि मतदान या मतगणना के कार्य दिवस पर होने वाली मौत पर ही परिवार की सहायता की जाएगी उन्होंने कहा कि मतदान या मतगणना के दिन संक्रमित होकर बाद में मौत के मुह में जाने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों के परिवार के साथ यह सरकार गुनाह कर रही है क्योंकि पूर्वानुमान के बाद भी भाजपा सरकार ने जबरन पंचायत चुनाव कराकर संक्रमण फैलाने में पूरी भूमिका निभाई है।
डॉ मसूद ने कहा  योगी सरकार कोरोना महामारी की भयावहता को लगातार नजरंदाज कर रही है और कोरोना संक्रमण दर के मामले में उ0प्र0 देश में दूसरे पायदान पर खड़ा हो गया है। हालात दिनों-दिन  बदतर होते जा रहे है।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष डॉ मसूद अहमद ने योगी सरकार से मांग करते हुए कहा कि प्रदेश के सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोरोना जांच की व्यवस्था के साथ बेड व आक्सीजन की उपलब्ध कराने व ग्रामीण इलाकों में ही इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग करते हुए कहा की  पीड़ित मरीजों को समुचित इलाज सहित कोरोना जांच का दायरा बढ़ाया जाए व पंचायत चुनाव ड्यूटी में संक्रमित होकर मौत को मजबूरी में गले लगाने को विवश किये गए शिक्षक व कर्मचारियों को सेवाकाल के अन्य देयो के साथ परिवार को 50 लाख रूपये की अतिरिक्त सहायता के साथ परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी सेवा में शामिल किया जाए।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…