*रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ यूपी पुलिस ने कमर कसी—–*

*रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ यूपी पुलिस ने कमर कसी—–*

*एमबीबीएस डाक्टर दो साथियों के साथ गिरफ्तार: 70 इंजेक्शन, 36 लाख रुपए व स्कोटा कार बरामद*

*मुख्य आरोपी हयात इंश्योरेंस कंपनी का सीईओ: पुलिस टीम को 25 हजार का इनाम*

*लखनऊ/गाजियाबाद।* कोरोना महामारी का फायदा उठाकर जीवन रक्षक दवाइयों व रेमडेसिविर इंजेक्शनों की कालाबाजारी करने वालों पर पूरे यूपी पुलिस ने अब अपना शिकंजा कस दिया है। राजधानी लखनऊ में एक सप्ताह से ताबड़तोड़ हो रहीं गिरफ्तारियों के क्रम में कई और शहरों की पुलिस ने भी रेमडेसिविर इंजेक्शन को जरुरतमंदों को ऊंचे दामों पर बेचने वालों की धरपकड़ शुरू कर दी है। इसी क्रम में मंगलवार को गाजियाबाद पुलिस ने लखनऊ से एमबीबीएस करने वाले एक डाक्टर को 70 रेमडेसिविर इंजेक्शन, 36 लाख रुपए से अधिक की नगदी, कोडा कार व दो बाइक के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्रापत की है।
निजामुद्दीन-दिल्ली निवासी हयात हेल्थ इंश्योरेंस काॅरपोरेटर सेक्टर के नेशनल सीईओ डाक्टर मोहम्मद अल्तमश, एमबीबीएस, डीएम न्यूरोलॉजी एवं इसके दो अन्य साथियों जाजिम व कुमैल को कोविड की दवाइयों की कालाबाजारी करते मंगलवार को गाजियाबाद की थाना कोतवाली की पुलिस एवं स्वाट टीम ने संयुक्त कार्यवाही में गिरफ्तार किया। पकड़े गए लोगों के पास से 70 रेमडेसिविर इंजेक्शन, 2 टोलिसीजुमैब (ब्रांडनेम एक्टामेरा) इंजेक्शन, 36 लाख 10 हजार रुपए, स्कोटा कार (यूपी 15 बीजे/8687) तथा दो बाईक बरामद हुई हैं।
*20 से 40 हजार रुपए में बेच रहे थे एक इंजेक्शन…*
पुलिस के अनुसार पकड़ा गया मुख्य आरोपी डाक्टर मो. अल्तमश वर्तमान में हयात हेल्थ इंश्योरेंस काॅरपोरेट सेक्टर का नेशनल सीईओ है। चिकित्सक होने के नाते इसके मेडिकल क्षेत्र में कई संपर्क थे, जिनके जरिए ये दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपदों में रेमडेसिविर इंजेक्शन 20 से 40 हजार रुपए में तथा एक्टामेरा इंजेक्शन डेढ़ से दो लाख रुपए में बेच रहा था।
गाजियाबाद पुलिस के अनुसार पकड़े गए डाक्टर मो. अल्तमश ने बताया कि उसने केजीएमयू लखनऊ से एमबीबीएस किया है तथा विवेकानंद (लखनऊ) से न्यूरोलॉजी में डीएनबी/डीएम किया है तथा एम्स नई दिल्ली से फेलोशिप करने के बाद एम्स में विजिटिंग फिजीशियन भी रहा है। डाक्टर मो. अल्तमश वह उसके साथियों की गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार का पुरस्कार दिया गया है। इनके अन्य संपर्कों की छानबीन की जा रही है। (27 अप्रैल 2021)
*विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,*