*कृषि कानूनों के समर्थन में वकीलों ने की नारेबाजी*

*कृषि कानूनों के समर्थन में वकीलों ने की नारेबाजी*

 

*फरीदाबाद, 08 दिसंबर।* केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के समर्थन में मंगलवार को वकीलों ने कचहरी परिसर में नारेबाजी की। इस दौरान उन्होंने अपना समर्थन पत्र उपायुक्त के माध्यम से भारत सरकार को भेजा है। सभी का कहना है कि नए कानून किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने में सहायक हैं। राजनीतिक स्वार्थ के लिए कृषि कानूनों पर किसानों को कुछ लोग गुमराह कर रहे हैं।

वरिष्ठ अधिवक्ता व किसान संघर्ष समिति ग्रेटर फरीदाबाद के अध्यक्ष शिवदत्त वशिष्ठ ने बताया कि इन नए कानूनों से जहां किसान अपनी फसलों की देशभर में कहीं भी बिक्री के लिए स्वतंत्र होंगे, वहीं किसानों को फसलों की बिक्री के लिए बड़ा बाजार भी उपलब्ध होगा। वर्षों बाद अब कृषि कानूनों में सुधार होने से न केवल बाजार का दायरा बढ़ेगा, बल्कि किसानों को अपनी फसल का अच्छा भाव भी मिल पाएगा। किसानों को इन कानूनों को बारीकी से समझने की जरूरत है। पहले किसानों को ऐसे मकड़जाल में फंसाकर रखा था, जिससे उन्हें फसलों को मनचाहे दामों पर बेचने से रोककर रखा गया था। इस मौके पर प्रदीप परमार, सतबीर शर्मा, डीएस रावत, रघवेश सिंघल, रविंद्र रावत, महेंद्र गर्ग, विजय यादव, रमेश नागर, बिल्लू धनकड़, धनीराम, विजय आदि मौजूद रहे।