एक करोड़ कीमत के कछुए 2583 बरामदः पांच पकड़े…

एक करोड़ कीमत के कछुए 2583 बरामदः पांच पकड़े…

एसएसपी आकाश तोमर ने पुलिस टीम को 25 हजार इनाम दिए…

इटावा/उत्तर प्रदेश-: पुलिस द्वारा करीब एक करोड़ से अधिक कीमत के कछुओं को बरामद कर उनकी तस्करी में लिप्त युवाओं को गिरफ्त में लिए जाने क बाद वन विभाग की भूमिका सवालों के घेरे में आ गई है। दरअसल हर बार कछुओं की तस्करी का खुलासा होने के कुछ देर बाद वन विभाग के अफसर पहुंच जाते हैं। कदाचित ऐसा मौका एक भी बार प्रकाश में नहीं आया जब वन विभाग के अधिकारियों ने खुद कछुआ तस्करी का पर्दाफाश किया हो। समय-समय पर कछुआ तस्करी के मामले उजागर होने से साफ है कि यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर का रैकेट अपनी जड़ें फैला रहा है। वह विदेशों में सुंदरी प्रजाति के कछुओं की मांग की पूर्ति के लिए बेरोजगार युवकों को अपने जाल में फंसाकर उनसे कछुए पकड़वाता है और इटावा व करहल के जरिये पश्चिम बंगाल तक पहुंचाता है। एसएसपी आकाश तोमर ने भारी मात्रा में कछुए पकड़ने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रूपए इनाम दिए।
पुलिस के मुताबिक सैफई थाना पुलिस द्वारा करीब एक करोड़ से अधिक कीमत के कछुआ की बरामदगी होना जनपद की पहली बड़ी कार्रवाई है। पुलिस सूत्रों की मानें तो पश्चिमी बंगाल की कंपनियों के एजेंट चंबल, यमुना समेत नदी के किनारे रहने वाले बेरोजगारों को कछुओं की तस्करी करने के लिए उकसाते हैं।
विदेश में महंगी बिकती कछुओं की चिप्सबरामद कछुओं में एक कटावा यानी एसपीडर्टस गैगिटस वैरायटी का है, जो ज्यादा कीमती है। यह जानकारी स्कॉन के महासचिव राजीव चौहान ने देते हुए बताया कि यह कछुआ विलुप्त होने की कगार पर है। बाकी सभी कछुए सुंदरी यानी लिसमस पंपटा प्रजाति के हैं। इन कछुओं की भारत में एक करोड़ रुपये कीमत है। तस्कर जब इनकी चिप्स बनाकर विदेश भेजते हैं, तब कीमत करोड़ों में हो जाती है। सफलता पर थाना प्रभारी सतीश चंद्र यादव ने पीजीआई चौकी पर तैनात कां. योगेश मलार, धीरज चौधरी को अपनी तरफ से पुरस्कार देने की घोषणा की है।

पत्रकार नितेश प्रताप सिंह की रिपोर्ट…