*सीओ साहब, भतीजे की हत्या करके आया हूं,*

*सीओ साहब, भतीजे की हत्या करके आया हूं,*

*मुझे गिरफ्तार कर लो*

*गाज़ियाबाद।* सिहानी गेट थाने पहुंचकर जफरुद्दीन नामक व्यक्ति सीओ द्वितीय से बोला कि साहब मैं अपने भतीजे की हत्या करके आया हूं, मुझे गिरफ्तार कर लें। जफरुद्दीन ने कहा कि वह हापुड़ का रहने वाला है और उसने भतीजे की हत्या पानीपत के बलाना इलाके में की है। पुलिस का कहना है कि हापुड़ पुलिस से बात करके जांच की जा रही है। तब तक के लिए इस व्यक्ति को हिरासत में रखा गया है।

मूलरूप से हापुड़ के गांव खेड़ा थाना बहादुरगढ़ निवासी जफरुद्दीन सोमवार दोपहर करीब 2 बजे सिहानी गेट थाने पहुंचा। जफरुद्दीन ने पुलिस से कहा कि उसने अपने भतीजे आसिफ (20) पुत्र दिलशाद की हत्या कर शव को जंगल में ठिकाने लगा दिया है इसलिए उसे गिरफ्तार कर लें। जफरुद्दीन ने बताया कि भतीजे की हत्या के लिए उसने तमंचा खरीदा था। उसने बताया कि वह गांव में खेती का काम करता था। एक माह पूर्व उसका भतीजा आसिफ उसे अपने साथ पानीपत ले गया था।

वहां वह आसिफ के साथ मिलकर फैक्टरियों में टीन शेड डालने का काम करने लगा। एक माह काम करने के बाद उसने अपने पैसे मांगे तो आसिफ ने उसे ठेकेदार के पास भेज दिया। ठेकेदार ने भी पैसे देने से मना कर दिया। जफरुद्दीन का कहना है कि उसके करीब 15 हजार रुपये थे। आसिफ ने उसके साथ गद्दारी की तो तीन दिन पूर्व उसने पानीपत हरियाणा के बलाना इलाके में आसिफ की गोली मारकर हत्या कर दी और शव व तमंचे को जंगल में फेंक कर वह घर आ गया। जफरुद्दीन का कहना है कि आसिफ की हत्या करने के बाद वह अपने गांव आ गया था। वह एक रात घर पर रहा और फिर मजदूरी करने के बहाने घर से निकल कर गाजियाबाद आ गया। जफरुद्दीन का कहना है कि पहले उसकी योजना वेष बदलकर गाजियाबाद में मजदूरी करने की थी, लेकिन कहीं न कहीं उसके मन में पकड़े जाने का डर बना हुआ था। इस वजह से उसने खुद ही पुलिस के पास जाने की सोची और सिहानी गेट थाने आ पहुंचा। शुरुआती पूछताछ के बाद पुलिस ने जफरुद्दीन से विस्तृत पूछताछ करनी चाही तो उसने कहा कि पहले वह नमाज पढ़ेगा उसके बाद पूरी कहानी पुलिस को बताएगा।

सीओ अवनीश कुमार का कहना है कि जफरुद्दीन ने जो भी बातें बताई हैं उन सब बातों को हापुड़ पुलिस से शेयर कर दिया गया है। हापुड़ पुलिस भी जफरुद्दीन और आसिफ के बारे में जानकारी जुटा रही है। संदिग्ध आरोपी द्वारा बताई गईं बातों के तस्दीक होने पर उसे संबंधित थाना पुलिस को सौंप दिया जाएगा।