*चीन और रूस बाइडेन को नहीं मान रहे अमेरिका के नए राष्ट्रपति,*

*चीन और रूस बाइडेन को नहीं मान रहे अमेरिका के नए राष्ट्रपति,*

*कहा- नहीं देंगे बधाई*

*वॉशिंगटन/बीजिंग, नवंबर।* अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में बाइडेन ने बहुमत का आंकड़ा हासिल कर लिया है। जबकि ट्रंप बहुमत के आंकड़े से बहुत पीछे हैं। वहीं जीत के आंकड़े को पार कर लेने के बाद बाइडेन और कमला हैरिस को दुनियाभर से बधाई संदेश मिल रहे हैं।

लेकिन आपको यह जानकर बेहद हैरानी होगी कि चीन और रूस सहित गिने चुने देश शांत बैठे हैं। इन देशों ने बाइडेन को अभी तक नया राष्ट्रपति मानने से इनकार कर दिया है। चीन ने अपने बयान में कहा कि उसे अंतिम फैसले का इंतजार है। वहीं, रूस ने ट्रंप की ओर से धांधली का आरोप लगाए जाने और कानूनी विकल्पों के इस्तेमाल का तर्क देते हुए बाइडेन को विजेता नहीं माना है।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बयान देते हुए कहा कि बाइडेन ने खुद को चुनाव का विजेता घोषित किया है। प्रवक्ता वागं वेनबिन ने दैनिक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, ”हमारा मानना है कि चुनाव का नतीजा अमेरिकी कानूनों और प्रक्रिया के मुताबिक तय होगा।”

इधर रूस ने चुनाव में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया है। कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में मेल इन वोटिंग ने मतदान धांधली का रास्ता खोल दिया है। उल्लेखनीय है कि डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है। वहीं मामले में सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।

गौरतलब है कि अमेरिका में 2020 राष्ट्रपति चुनाव की गिनती अब भी जारी है, लेकिन अभी तक हुई मतगणना में सर्वाधिक मतदान का नया रिकॉर्ड बन चुका है। जो बाइडेन बहुमत हासिल कर चुके हैं। अभी तक 14.8 करोड़ मतों की गिनती हो चुकी है। इनमें से राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन को 7.5 करोड़ मत मिले हैं। वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को सात करोड़ वोट मिले हैं। बाइडेन को 290 इलेक्टोरल वोट्स मिल चुके हैं, जबकि ट्रंप ने 214 इलेक्टोरल वोट हासिल किए हैं। अमेरिका में 270 इलेक्टोरल वोट पाने वाला राष्ट्रपति चुना जाता है।