उन्नाव में दो साल बाद जिंदा लौटी महिला…
अपहरण और हत्या के झूठे आरोप में निर्दोष युवक ने 14 माह काटी जेल…
एटीएम कार्ड इश्यू कराने से खुला दो साल पुराना राज…
पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया है, पूछताछ जारी है…
अक्टूबर शुक्रवार 16-10-2020 उन्नाव/उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां 14 माह तक जिस महिला के अपहरण और उसकी हत्या करने के जुर्म में युवक ने जेल की सजा काटी,वह महाराष्ट्र में रहकर जॉब कर रही थी।महिला ने एटीएम जारी करवाया था, जो उन्नाव के पते पर डिलीवर हुआ। एटीएम डिलीवर होते ही परिजन में हड़कंप मच गया। जिसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई। पुलिस ने सर्विलांस की मदद लेकर जांच की तो सभी को पूरी स्क्रिप्ट में समझ में आ गई।13 अक्टूबर को पुलिस ने महिला को कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है। वह गुपचुप तरीके से उन्नाव वापसी कर रही थी।
मार्च 2018 में लापता हुई थी महिला
सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला जुराखनखेड़ा के रहने वाले योगेंद्र कुमार ने 22 मार्च 2018 को अपने एक मित्र प्रमोद वर्मा पर पत्नी श्रद्धा अवस्थी को भगा ले जाने का आरोप लगाया था। पुलिस रिपोर्ट में बताया था कि 8 मार्च 2018 को करीब 4 बजे प्रमोद उसकी पत्नी को बहला- फुसलाकर कहीं भगा ले गया। इसी बीच, 2 अप्रैल 2018 को आसीवन थाना क्षेत्र के शेरपुर कलां गांव के पास एक युवती का जला शव मिला। महिला की शिनाख्त न होने पर पुलिस ने 72 घंटे बाद अंतिम संस्कार करवा दिया।
पति ने पीएम पोटली देखकर शिनाख्त की थी
योगेंद्र को अज्ञात महिला के शव मिलने की सूचना मिली। उसने 27 मई 2018 को फोटो, कपड़े, चूड़ी देखकर अपनी पत्नी के रूप में पहचान की। तत्कालीन थाना प्रभारी सियाराम वर्मा ने जांच शुरू की। पति की तहरीर के आधार पर पड़ोसी प्रमोद वर्मा को आरोपी बनाया और उसे जेल भेज दिया गया। इसी बीच,विवेचक का तबादला हो गया। इसके बाद प्रभारी जयशंकर ने आरोपी को जेल भेज दिया।
डीएनए रिपोर्ट मैच नहीं हुई तो पुलिस को शक हुआ
वर्तमान थाना प्रभारी राजेश सिंह ने महिला, उसकी पुत्री गौरी और अन्य परिजनों की कोर्ट से डीएनए कराने की मांग की। डीएनए रिपोर्ट परिवार से मैच नहीं हो रही थी। जिसके बाद पुलिस यह समझ गई कि मरने वाली महिला कोई और है। इसी बीच, लोगों की नजर में मर चुकी महिला ने महाराष्ट्र के एक्सिस बैंक की एक ब्रांच से एटीएम जारी कराने के लिए आधार कार्ड लगाया। आधार कार्ड में ससुराल जुराखन खेड़ा का पता होने पर बीते महीने युवती का एटीएम कार्ड उन्नाव में डिलीवर हुआ तो ससुरालियों के होश उड़ गए। पति योगेंद्र कुमार ने सदर कोतवाली पुलिस को एटीएम के बारे में जानकारी दी।
एसपी बोले- कोर्ट को जिंदा होने का सबूत देंगे
उन्नाव के एसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि सर्विलांस टीम को मामले की जांच में लगाया गया। इस दौरान युवती की लोकेशन महाराष्ट्र के अहमद नगर में ट्रेस हुई। पुलिस ने युवती की निगरानी शुरू की। बीते 11 अक्टूबर को गुपचुप तरीके से श्रद्धा एक युवक के साथ ट्रेन से उन्नाव के लिए रवाना हुई थी। तभी पुलिस ने 13 अक्टूबर की शाम घेराबंदी कर कानपुर सेंट्रल स्टेशन से गिरफ्तार कर उन्नाव लाई।
पूछताछ में युवती ने पुलिस को बताया कि पति की लड़ाई-झगड़े से तंग आकर वह महाराष्ट्र चली गई थी। मौत की जानकारी होने पर परिजन से संपर्क नहीं किया और वहीं हॉस्पिटल में जॉब कर ली और एक हॉस्टल में रह रही थी। एसपी ने बताया कि गायब महिला के पति ने प्रमोद वर्मा के विरुद्ध हत्या का केस दर्ज कराया था। जिसके बाद वह जेल चला गया था। कोर्ट से बेल मिलने के बाद वह वर्तमान में बाहर है। प्रमोद करीब 14 माह तक जेल में रहा। महिला के जिंदा बरामद होने के बाद कोर्ट को रिपोर्ट भेजकर अवगत कराया जाएगा।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…