अधोमानक के प्रति जनसामान्य में जागरूकता बढाया जाए-डीएम…

अधोमानक के प्रति जनसामान्य में जागरूकता बढाया जाए-डीएम…

जनपद स्तरीय स्टेयरिंग समिति की बैठक में दिये निर्देश…

इटावा/उत्तर प्रदेश-: खाद्य सुरक्षा व औषधि प्रशासन के कार्यो में पारदर्शिता उत्तरदायित्व व एकरूपता लाने जाने, अपमिश्रित खाद्य प्रदार्थो, नकली, अधोमानक व मिथ्याछाप खाद्य पदार्थो के निर्माण, क्रय विक्रय की रोकथाम के लिए अल्पकालीन व दीर्घकालीन रणनीति बनाये जाने, खाद्य व औषधि प्रशासन के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए स्वैच्छिक संगठनों का सहयोग लिये जाने, खाद्य पदार्थो एवं औषधि में मिलावट व अधोमानक के प्रति जनसामान्य में जागरूकता बढाये जाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी श्रुति सिंह ने कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित जनपद स्तरीय स्टेयरिंग समिति की बैठक में दिये। उन्होने समीक्षा में पाया कि 1 अप्रैल से 31 अगस्त तक खाद्य कारोबार कर्ता के 896 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया, खाद्य कारोबार कर्ता के प्रतिष्ठानो पर छापे डालकर 21 नमूने संग्रहीत किये गये। उन्होने कहा कि खाद्य पदार्थो व औषधि में मिलावट और अधोमानक के प्रति जनसामान्य में जागरूकता बढ़ाये जाने के उद्देश्य से उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों की जानकारी दिये जाने हेतु महत्वपूर्ण सूचना व तथ्यों को प्रचारित एवं प्रसारित किया जाये। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि किसी भी व्यक्ति को कोई परेशानी न हो लाइसेन्स निर्धारित समय सीमा के अन्र्तगत बनाये जाये। मुकेश यादव सदस्य ने समोसा, कचौड़ी की दुकानों में प्रयोग होने वाले तेल की जांच कराये जाने का सुझाव दिया। व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने निर्धारित समय में लाइसेन्स, पंजीकरण जारी करने का अनुरोध किया। संचालन एडी पांडेय ने किया। बैठक में एडीएम जीपी श्रीवास्तव, सीएमओ डा. एनएस तोमर, डीएसआ विकास कुमार, जिला विद्यालय निरीेक्षक राजू राणा, कृषि अधिकारी अभिनन्दन सिंह, मुख्य खाद्य व सुरक्षा अधिकारी कलामुद्दीन सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

पत्रकार नितेश प्रताप सिंह की रिपोर्ट…