*बड़े ताजिए में मोहरम पर पसरा सन्नाटा*

*बड़े ताजिए में मोहरम पर पसरा सन्नाटा*

*प्रयागराज।* आज माहे मोहर्रम की 9 तारीख के दिन बड़ा ताजिया अपने इमाम बाड़े से उठकर पुराने शहर मे गस्त करने के बाद अपने कदिमे रास्ते होता हुआ वापस इमाम बाड़े पर बड़े सुबह फजर की नमाज़ के पहले रखा जाता था. लेकिन मोहर्रम पर कोविड-19 कोरोना वायरस का असर साफ दिखाई दे रहा है जहां इस मौके पर लाखों का मजमा होता था वहां आज यानी बड़े ताज़िए पर पुलिस बैठा दी गई है जिससे यहां पर सन्नाटा पसरा हुआ है. इस मौके पर कमेटी ने खुद लोगों से अपील किया है कि आप लोग अपने-अपने घरों पर ही फातिहा पढ़ें. और गरीबों और जरूरतमंदों को इमाम हसन और इमाम हुसैन का लंगर दे और उनके घर-घर पहुंचाएं l
माहे मोहर्रम का चांद दिखते ही बड़े ताजिए के अंदर भीड़ दिखने लगती थी फूल मालाएं रेवड़ी मिठाई खाने-पीने की दुकानें मैदान में लगने लगती थी ज़रीन फातिहा कराने और मन्नत मांगने पहुंचने लगते थे लेकिन कोरोनावायरस के वजह से यहां पर पुलिस बैठा दी गई. और सख्ती बढ़ा दी गई है पुलिस सख्ती क्यों न करें क्योंकि मुख्यमंत्री का जो ऑर्डर है ऊपर से 2 दिन का लॉकडाउन लोगों को सामान खरीदना था लेकिन लॉकडाउन लागू होने की वजह से कोई बाहर नहीं निकल पाया औरतों को मन्नत मांगना और उतारना था लेकिन वह वहां तक नहीं पहुंच सकी कहा जाता है कि मन्नत हो समय पर ही उतारी जाती है. और जिन्होंने मन्नतें मांगी वो डरे हुए हैं l माहे मोहर्रम की 9 तारीख को हजारों लोगों का मजमा हर वक्त हुआ करता था किसी-किसी वक्त भीड़ इतनी हो जाती थी कि कमेटी और पुलिस प्रशासन को भीड़ संभालना मुश्किल हो जाता था इस दौरान या अली या हुसैन का नारा बुलंद हुआ करता था तबर्रुक व लंगर खाकर हजारों लोग अपने पेट भरते थे दुकानदारों की रोजी-रोटी चलती थी लेकिन कुदरती मार कि वजह से सब कुछ बदला-बदला नज़र आ रहा है और बड़े ताजिया के अंदर सन्नाटा पसरा हुआ है।

*पत्रकार इरफान खान की रिपोर्ट*