पीजीआई सफाई निरीक्षक ओमप्रकाश सिंह अपनी परेशानियों को भूलकर अपनी फर्ज के प्रति जागरूक…

पीजीआई सफाई निरीक्षक ओमप्रकाश सिंह अपनी परेशानियों को भूलकर अपनी फर्ज के प्रति जागरूक…

पीजीआई कोरोना संक्रमित और संदिग्ध वार्ड में ड्यूटी कर रहे सफाई कर्मी किसी योद्धा से कम नहीं है। मरीजों के सबसे ज्यादा संपर्क में वो ही रह्ते है। चाहे सफाई हो, या बेड शीट बदलनी। संजय गांधी पीजीआई के कोविड-अस्पताल में सफाई निरीक्षक ओम प्रकाश सिंह भी लगातार अपनी परेशानियों को भूल कर मरीजों की सेवा में लगातार अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। कोविड- अस्पताल में ड्यूटी करना आसान कार्य नहीं होता है उसके बावजूद भी सफाई निरीक्षक ओमप्रकाश सिंह अपने व अपने परिवार की परेशानियों को भूल कर मरीजों की दिन-रात सेवा कर रहे हैं। ओमप्रकाश सिंह के बेटे की रोड एक्सीडेंट हो गया था। उसका जीवन तो बच गया लेकिन अभी भी वह परिवार वालों पर ही आश्रित है इतना संकट होने के बावजूद भी ओमप्रकाश सिंह अपने कर्तव्य पर डटे रहें खुद की बेटे के परवाह छोड़ वह लगातार मरीजों के सेवा में लगे हुए हैं ओमप्रकाश सिंह कहते हैं कि उन्हें खुद के परिवार से ज्यादा उन मरीजों की चिंता है जो अस्पताल में इस वक्त भर्ती हैं। क्योंकि सफाई में जरा सी चूक से मरीजों के साथ ही कर्मचारियों के लिए भी संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। वार्ड से सफाई के साथ ही वेस्ट को सही तरीके से निस्तारण करना भी एक बहुत बड़ी चुनौती है।

संवाददाता अनुराग तिवारी की रिपोर्ट…