ऑल इंडिया रज़ा एक्शन कमेटी नें मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन में ईद-उल-अज़हा के मद्देनज़र प्रशासन को बताए कई एहम बिन्दू…

ऑल इंडिया रज़ा एक्शन कमेटी नें मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन में ईद-उल-अज़हा के मद्देनज़र प्रशासन को बताए कई एहम बिन्दू…

बरेली/उत्तर प्रदेश कोरोना महामारी के दौरान जनता और पुलिस-प्रशासन के बीच तालमेल से ही अब तक व्यवस्था बनी रह सकी है। अब 1 अगस्त को ईद-उल-अज़हा होगी यानि 1 से 3 अगस्त तक कुर्बानी के दिन होंगे। ईद के पहले दो दिनों में वीकेंड लॉकडाउन पड़ रहा है, इसलिए शासन-प्रशासन को सभी जरूरी इंतजाम पहले से ही कर लेना चाहिए ताकि लोगों को कुर्बानी में कोई परेशानी न हो और कानून व्यवस्था भी बनी रहे। इस संबंध में ऑल इंडिया रजा एक्शन कमेटी (आर.ए.सी,) आपका ध्यान निम्न बिंदुओं की ओर दिलाना चाहती है –
पशु बाजारों की व्यवस्था
हजारों लोग सालभर जानवर पालकर ईद-उल-अज़हा के बाजार में बेचने लाते हैं। यदि बाजारों में उचित व्यवस्था नहीं की गई तो हजारों पशुपालकों और व्यापारियों का करोड़ों का नुकसान होगा। इसलिए शासन-प्रशासन को सभी मंडियों के इंतजाम पुख्ता कर लेना चाहिए। जानवरों की खरीद और बिक्री के ऐसे इंतजाम किए जाएं जिससे कानून व्यवस्था भी भंग न हो और जानवरों के बाजार पर भी बुरा असर न पड़े इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने जैसे नियमो का पालन कराते हुए पशु बाज़ार लगवाए जाए
ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान
ग्रामीण क्षेत्रों के बाजारों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। वहां पशु व्यापारियों और खरीदारों की सुरक्षा के विशेष प्रबंध किया जाएं। जानवर लाने और ले जाने वालों को पुलिस प्रशासन का उचित सहयोग सुनिश्चित किया जाए। व्यापारियों और खरीदारों को रास्ते में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न हो, इसके पुख्ता इंतजाम किए जाएं।
सुरक्षा के उचित प्रबंध
जनता में यह भरोसा पैदा करना आवश्यक है कि कुर्बानी में किसी तरह की अड़चन नहीं आएगी। इसके लिए सभी क्षेत्रों में सुरक्षा के उचित प्रबंध किए जाएं। संबंधित पुलिस चौकियों और थानों को निर्देश दिए जाएं कि स्थानीय लोगों के साथ सहयोग की भूमिका निभाएं।
कुर्बानी करने वालों की सुरक्षा
सभी लोग अपने हाथ से कुर्बानी नहीं कर पाते हैं। इसलिए कुर्बानी करने वालों के आने-जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। आम जुबान में जिसे लोग हिस्से वाली कुर्बानी कहते हैं, उसके लिए भी उचित व्यवस्था की जाए।
गोश्त बांटने की सुविधा
कुर्बानी का गोश्त गरीबों में बांटने की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। मास्क लगाकर और सोशल डिस्टैंसिंग आदि नियमों का पालन करते हुए गोश्त बांटने निकले लोगों पर सख्ती न की जाए। ऐसे प्रबंध हों कि व्यवस्था भी भंग न हो और गरीबों की मदद भी हो जाए।
कुर्बानी के बाद सफाई व्यवस्था
कुर्बानी के बाद नालियों में खून न बहे और जानवर की खाल वगैरह इधर-उधर न फेंकी जाए, इसका ध्यान आम जनता को तो रखना ही चाहिए, साथ ही साथ नगर निगम और नगर पालिकाओं को भी सफाई की उचित व्यवस्था के निर्देश दिए जाने चाहिए। विशेष सफाई दस्ते बनाए जाएं ताकि सफाई व्यवस्था बनी रहे।हम आशा करते हैं कि आप उपरोक्त बिंदुओं पर उचित दिशा निर्देश जारी कर ईद-उल-अज़हा पर जनता की आसानी और शांति व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। इस संबंध में ऑल इंडिया रजा एक्शन कमेटी (आरएसी, बरेली शरीफ) हर संभव सहयोग के लिए तत्पर है।

पत्रकार -इमरान खान(अरशद पठान) की रिपोर्ट…