यूपी पुलिस पर सबसे बड़े हमले का मुख्य आरोपी बिकास दुबे ढाई लाख का ईनामी हुआ…

यूपी पुलिस पर सबसे बड़े हमले का मुख्य आरोपी बिकास दुबे ढाई लाख का ईनामी हुआ…

ढाई लाख का ईनामी फरार हिस्ट्रीशीटर बिकास दुबे 👆 भगवती प्रसाद सागर: मेरे खिलाफ तो विकास दुबे चुनाव लड़ा था 👆

दावा है कि इस फोटो में बीच में बिकास दुबे है 👆

मंत्री के बाद दो भाजपा विधायक भी घिरे सवालों में: राजनीतिक गलियारे में खलबली…

जगह-जगह पुलिस चस्पा कर रही है बिकास दुबे के फोटो 👆

चार और फोटो वायरल: सभी में बिकास दुबे के होने का दावा 👆   सूचीबद्ध अपराधी अजय सिपाही के घर पुलिस का छापा 👆     

फरार हिस्ट्रीशीटर बिकास दुबे का वीडियो वायरल, दावा- 2017 में गिरफ्तारी के समय दिया था बयान…

अभिजीत सांगा: मैं विकास पर एफआईआर दर्ज कराऊंगा 👆

लखनऊ/कानपुर। यूपी पुलिस पर सबसे बड़े हमले के मुख्य आरोपी फरार हिस्ट्रीशीटर बिकास दुबे के 2017 में गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ को पूछताछ में दिए गए कथित बयान के वीडियो वायरल होने के बाद जहां सत्तारूढ़ भाजपा के दो विधायक आरोपों में घिर गए हैं, वहीं विपक्ष को सरकार पर हमला करने का एक और मुद्दा मिल गया है। इससे पूर्व एक मंत्री के साथ भी हिस्ट्रीशीटर बिकास दुबे का फोटो वायरल हो चुका है। वहीं आज डीजीपी ने आईजी कानपुर की रिपोर्ट के बाद फरार बिकास दुबे पर घोषित ईनाम की राशि एक लाख से बढ़ाकर ढाई लाख रुपए कर दी है। ताजा वायरल वीडियो के बारे में दावा किया जा रहा है कि ये 2017 का है, जब बिकास दुबे को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। पूछताछ में बिकास कह रहा है कि बिल्हौर के भाजपा विधायक भगवती प्रसाद सागर, बिठूर के भाजपा विधायक अभिजीत सांगा एवं ब्लाक प्रमुख राजेश कमल तथा जिला पंचायत अध्यक्ष कटियार जी ने उसकी मदद की तथा उसके पक्ष में अधिकारियों से पैरवी कर कहा था कि उसे (बिकास दुबे को) हत्या के मामले में फर्जी फंसाया गया। इस वीडियो के वायरल होने से राजनीतिक गलियारे में उथल-पुथल मच गई है।
विधायक अभिजीत सांगा ने अपनी सफाई में मीडिया से कहा है कि उन्होने बिकास की कभी कोई सिफारिश नहीं की बल्कि उन्होने ही बिकास द्वारा प्रताड़ित उसके चचेरे भाई अनुराग दुबे की एफआईआर लिखवाई थी। उन्होने कहा कि वे इस मामले में अपनी छवि खराब किए जाने के लिए बिकास दुबे के खिलाफ बिठूर थाने में एफआईआर दर्ज करायेंगे। विधायक भगवती प्रसाद सागर ने कहा है कि उन्होने भी कभी किसी अधिकारी से बिकास दुबे की कोई सिफारिश नहीं की थी, बल्कि वह तो उनके खिलाफ चुनाव लड़ा था। पुलिस की किसी भी एजेंसी से इस बारे में जांच करा ली जाए। बताते चलें कि इससे पूर्व वायरल हुए एक फोटो में प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक के साथ हिस्ट्रीशीटर बिकास दुबे का फोटो होने का दावा किया गया, (“हिंद वतन समाचार” इस फोटो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है)। बिकास दुबे की कई और फोटो भी तेजी से वायरल हो रहीं हैं जिसमें उसके भाजपा नेता “बिकास दुबे” एवं नामी-गिरामी वकील/पत्रकार व अन्य लोगों के साथ उसकी फोटो होने का दावा किया जा रहा है।
सूचीबद्ध अपराधी अजय सिपाही के घर छापा…
उधर प्रदेश के टॉप मोस्ट माफियाओं में शामिल अंबेडकरनगर के कटेहरी के ब्लॉक प्रमुख अजय सिंह सिपाही के घर जिले की पुलिस ने छापा मारा है। कानपुर की घटना के बाद शासन व पुलिस महकमा अपराधियों को दबोचने में जुटी है। सूची में महरुआ थाना क्षेत्र के गांव लोकनाथपुर निवासी तथा कटेहरी ब्लॉक प्रमुख अजय सिंह सिपाही के अलावा हंसवर थाना क्षेत्र के गांव हरसंहार निवासी खान मुबारक का भी नाम शामिल है।
शासन व डीजीपी की सख्ती पर प्रदेश में माफियाओं व अपराधियों का धरपकड़ अभियान चलाया जा रहा है। एएसपी अवनीश कुमार मिश्र के नेतृत्व में रविवार को अजय सिपाही के घर पर स्वाट टीम, अहिरौली, महरुआ, भीटी, बेवाना, सम्मनपुर थाने की पुलिस टीम ने दबिश दी। थानाध्यक्ष शंभूनाथ ने बताया अंबेडकरनगर, अयोध्या, लखनऊ, सुल्तानपुर जिलों में इसपर 29 गंभीर मुकदमें दर्ज हैं। उच्चाधिकारियों के आदेश पर उसके घर दबिश दी गई, लेकिन घर कोई नहीं मिला। उधर कानपुर में एसटीएफ ने बिकास दुबे के करीबी जिला पंचायत सदस्य गुड्डन त्रिवेदी के घर उसकी तलाश में छापा मारा तो वहां ताला लगा मिला जबकि उसकी दुकान पर मौजूद मजदूरों से की पूछताछ।
गोरखपुर रेंज में भी बिकास की सघन तलाश…..
गोरखपुर में भी गोरखपुर डीआईजी रेंज के निर्देशन में पुलिस बिकास दुबे के गोरखपुर में छिपे होने की आशंका के चलते पूरे जिले में सघन चेकिंग अभियान चला रही है। महाराजगंज जनपद में नेपाल सीमा पर भी सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। रेंज के चारों जिलों की पुलिस एलर्ट पर है। इस बीच सोशल मीडिया पर बिकास दुबे के पक्ष में मैसेज पोस्ट करने वालों के खिलाफ पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में देवरिया पुलिस ने डूडा में तैनात कम्प्युटर आॅपरेटर अविनाश मिश्रा को बिकास दुबे का सोशल मीडिया पर समर्थन करने में गिरफ्तार किया है।
3 और पुलिसकर्मी सस्पेंड, जांच नवाबगंज पुलिस को
कानपुर के बिकरू गांव की घटना की जांच अब नवाबगंज पुलिस को सौंप दी गई है, इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी ने अपनी टीम के साथ बिकरू पहुंचकर घटनास्थल का नक्शा बनाया एवं फोरेंसिक साक्ष्य जुटाए तथा गांव के कुछ लोगों से भी बात कर उनके बयान लिए। चौबेपुर थाना क्षेत्र की इस बड़ी घटना की जांच किसी तरह प्रभावित न हो इसलिए जांच नवाबगंज थाने की पुलिस को सौंपी गई है। इस बीच लापरवाही बरतने वाले तीन और पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। चौबेपुर थाने के एसआई कुंवर पाल, कृष्ण कुमार शर्मा एवं कांस्टेबल राजीव को सस्पेंड किया गया है। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने सीओ संतोष कुमार को बिल्हौर का नया सर्किल आफिसर एवं इंस्पेक्टर कृष्ण मोहन राय को चौबैपुर का नया प्रभारी निरीक्षक नियुक्त किया है। (6 जुलाई 2020)

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,