लविश हत्याकांड में फरार 75 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार…

लविश हत्याकांड में फरार 75 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार…

शातिर बदमाश अनिल पुलिस की गिरफ्त में 👆

75 हजार का इनामी शातिर बदमाश अनिल उर्फ धनपत 👆

दरोगा की पिस्टल छीनकर की फायरिंग, जवाबी कार्रवाई में हुआ घायल: एसआई के हाथ में लगी गोली…

  सीओ (बुढ़ाना) गिरजा शंकर त्रिपाठी 👆

लखनऊ में मिली थी सिर कटी लाश: मुजफ्फरनगर के जंगल में हुआ था गैंगवार…

लविश उर्फ जाॅनी: सिर धड़ अलग-अलग फेंके गए थे 👆

लखनऊ में हुई हत्या का वादी प्रशांत गैंगवार में मारा गया 👆

“हिंद वतन समाचार” पर हत्या/गैंगवार की प्रमुखता से चली थी खबर…

“हिंद वतन समाचार” में हत्या/गैंगवार की 17, 19, 23 व 24 मई को चली खबर 👆           

लखनऊ/मुजफ्फरनगर। राजधानी के ग्रामीण क्षेत्र मोहनलालगंज कोतवाली के अंतर्गत खुजौली गांव में 16 मई की रात प्रदीप चौधरी के फार्म हाउस में बागपत निवासी लविश की हुई निर्मम हत्या के मामले में नामजद 75 हजार के इनामी बदमाश अनिल उर्फ धनपत को मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अनिल को कल रात जब पुलिस मिडकाली के जंगल में 23 मई की रात हुई घटना के संबंध में छुपाई गई पिस्टल की बरामदगी के लिए लेकर गई तो उसने दरोगा की सर्विस पिस्टल छीनकर अंधाधुध फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किया जिसमें एक उप निरीक्षक हाथ में गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस की जवाबी फायरिंग में अनिल के पैर में गोली लगी उसे घेरकर उसके भागने के मंसूबे को पुलिस ने विफल कर दिया।
क्षेत्राधिकारी (बुढ़ाना) गिरजा शंकर त्रिपाठी ने “हिंद वतन समाचार” को बताया कि एसएसपी अभिषेक यादव एवं एसपी (ग्रामीण) नेपाल सिंह के निर्देशन में अपराधियों के खिलाफ जारी अभियान के तहत बुढ़ाना पुलिस मिडकाली के जंगल की घटना के संबंध में फरार शातिर अपराधी अनिल उर्फ धनपत की तलाश में लगातार दबिश दे रही थी, थाना प्रभारी बुढ़ाना कुशलपाल सिंह व उनकी टीम ने कल रात उसे खतौली तिराहे के पास धर दबोचा। सीओ के अनुसार पुलिस टीम जब इसे लेकर मिडकाली के जंगल में घटनास्थल पर गयी तो वहां उसकी निशानदेही पर जमीन में गड्ढा खोदकर छिपाई गई 32 बोल की पिस्टल, मैग्जीन व 4 जिंदा कारतूस बरामद हुए। पुलिस बरामदगी के बाद जब अनिल को लेकर थाने आ रही थी तो उसने अचानक एसआई सुरेंद्र सिंह की पिस्टल छीन ली और भागने लगा, पुलिस के ललकारे जाने पर उसने फायरिंग शुरु कर दी जिसमें एसआई राकेश कुमार शर्मा के बाएं हाथ में गोली लगी। पुलिस ने भी अपना बचाव करते हुए गोली चलाई जिसमें अनिल पैर में गोली लगने से घायल हो गया।
बताते चलें कि मोहनलालगंज के खुजौली गांव में 17 मई की सुबह करीब 30-32 वर्षीय अज्ञात युवक की सिर कटी लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी, जहां युवक का धड़ मिला था उसी से करीब एक किमी दूर खुजेहटा में सिर भी बरामद हुआ था। धड़ को खुजौली गांव में तालाब में और सिर को खुजेहटा पुलिया के पास नहर में मिट्टी में दबाया गया था, कुत्तों को वहां मंडराते व जमीन पंजों से खोदते देख गांव वाले जब वहां पहुंचे तो सिर कटा धड़ देख दहशत फैल गई थी। इस युवक की 19 मई को बागपत निवासी लविश उर्फ जाॅनी के रूप में शिनाख्त हुई थी।
हिंद वतन समाचार ने शव मिलने की खबर 17 मई, शव की शिनाख्त होने की खबर 19 मई, गैंगवार की खबर 23 मई एवं इस संबंध में 24 मई को प्रमुखता से खबर चलाई थी।लविश की हत्या में फार्म हाउस मालिक प्रदीप चौधरी के कर्मचारी बागपत निवासी अनिल उर्फ धनपत व सौरभ उर्फ गोटी का नाम हत्यारोपी के रुप में सामने आया था। दोनों ही पश्चिम यूपी के एक बड़े गैंगेस्टर के गुर्गे बताए गए। इस मामले में लविश के फुफेरे भाई प्रशांत ने मोहनलालगंज कोतवाली में सौरभ व अनिल के खिलाफ तहरीर दी थी। ये दोनों ही पीड़ित पक्ष पर समझौते के लिए लगातार दबाव बनाए हुए थे। इस निर्मम हत्या के मामले में ही 23 मई को उस समय सनसनीखेज मोड़ आ गया था जब मुजफ्फरनगर के मिडकाली के जंगल में प्रशांत का शव व सौरभ घायलवस्था में मिला‌ था। गैंगवार में लविश के फुफेरे भाई प्रशांत की मौत हो गई जबकि लविश की हत्या में नामजद आरोपी सौरभ उर्फ गोटी गोलियां लगने से घायल हो गया, उसे मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान 24 मई को उसकी भी मृत्यु हो गई थी।
सीओ गिरजा शंकर त्रिपाठी के अनुसार अनिल की गिरफ्तारी में इंस्पेक्टर बुढ़ाना कुंवरपाल सिंह, एसआई जितेंद्र सिंह यादव, सुरेंद्र सिंह, राकेश कुमार शर्मा एवं कांस्टेबल अतुल कुमार त्यागी, जितेंद्र सिंह व गुरुदत्त त्यागी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होने बताया कि बागपत के रमाला थानांतर्गत ककड़ीपुर के रहने वाले अनिल उर्फ धनपत पर लखनऊ के मोहनलालगंज में हुई हत्या के मामले में 50,000 एवं बागपत से 25,000 का इनाम घोषित था। इस पर हत्या, हत्या का प्रयास, धोखाधड़ी, चोरी, डकैती आदि के बागपत, लखनऊ एवं मुजफ्फरनगर में 15 मामले दर्ज हैं। (9 जून 2020)
विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,
(साथ में- मुजफ्फरनगर से संवाददाता कबीर रिजवान एवं मोहनलालगंज से संवाददाता अनुराग तिवारी)