*फाइनेंसर से लाखों की लूट स्कूटी सवार बदमाशों ने*

*फाइनेंसर से लाखों की लूट स्कूटी सवार बदमाशों ने*

*दो थानों की सीमा पर की वारदात*

*मुजफ्फरनगर।* अनलॉक होते ही सक्रिय हो चले लुटेरों ने सरेआम बाइक सवार दो युवकों से मारपीट करते हुए तमंचे के बल पर लाखों रुपए से भरा बैग छीन लिया।सूचना पर पहुंची थाना जानसठ व थाना ककरौली पुलिस ने घटना की जानकारी कर बदमाशों की तलाश में घंटों कांबिंग की।मौके पर पहुँचे पुलिस अधीक्षक देहात नेपाल सिंह ने शीघ्र ही घटना का खुलासा करने का आश्वासन पीडि़तों को दिया है।ककरौली पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है जानकारी के अनुसार जानसठ-ढाँसरी मार्ग पर सोमवार दोपहर 3 बजे स्कूटी सवार तीन अज्ञात बदमाश जानसठ स्थित भारत फाइनेंस कंपनी के दो कर्मचारियों से नोटों से भरा बैग छीनकर फरार हो गए। दिनदहाड़े व्यस्त मार्ग पर लाखों की लूट से हड़कंप मच गया।फाइनेंस कम्पनी के कर्मचारी हरेन्द्र राणा व चिराग कुमार ने बताया कि वह गाँव वाजिदपुर,नाईपूरा, ढाँसरी से पैसों को एकत्र कर अलग- अलग बाईकों से वापस जानसठ कार्यालय लौट रहे थे।जैसे ही वे जानसठ- ढाँसरी मार्ग के बीच पहुंचे,तभी पीछे से आये स्कूटी सवार तीन बदमाशों ने तमंचे के बल पर हरेन्द्र को रोककर उससे नोटों से भरा बैग छीन लिया,तभी चिराग ने साहस दिखाते हुए बदमाशों से बैग को वापस लेने का प्रयास किया,तो बदमाशों ने चिराग के साथ मारपीट कर पुन: बैग को अपने कब्जे में कर हरेन्द्र की मोटरसाइकिल की चाबी छीन लीऔर बदमाश मौके से फरार हो गए काफी समय तक दोनों युवक पुलिस सहायता नम्बर डायल 112 सेवा पर मिलाते रहे, किंतु पुलिस की सहायता न मिल सकी, जिस पर चिराग ने अपने कार्यालय पर घटना की जानकारी दी मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी भोपा राममोहन शर्मा, जानसठ कोतवाली प्रभारी निरीक्षक योगेश शर्मा,थाना ककरौली प्रभारी निरीक्षक विजय बहादुर सिंह ने घटना की जानकारी की। दोनों थानों की पुलिस में काफी समय तक घटनास्थल की सीमा को लेकर बहस चलती रही। इस दौरान मौके पर पहुंचे एसपी देहात नैपाल सिंह ने घटना की जानकारी कर घटना के खुलासे की जि़म्मेदारी ककरौली थाना प्रभारी निरीक्षक विजय बहादुर सिंह को दी। पुलिस ने घंटों बदमाशों की तलाश में काम्बिंग की। पीडि़त हरेन्द्र निवासी भढ़ल बागपत ने अज्ञात तीन बदमाशों द्वारा अपने साथ डेढ़ लाख रुपये की लूट होने की तहरीर पुलिस को दी है फाइनेंसर लुट रहे थे, तमाशा देख रहे थे राहगीर: जिस दौरान स्कूटी सवार तीन बदमाश हरेन्द्र व चिराग से बैग छीन रहे थे, तभी राहगीर इस दृश्य को देखकर सड़क के दोनों ओर ठहर गये। दस मिनट के लगभग चली छीना-झपटी के दौरान किसी भी राहगीर ने पीडि़तों की सहायता का प्रयास नहीं किया। पीडि़त हरेन्द्र ने बताया कि जब वह ढाँसरी नहर पुल से गुजरे एक स्कूटी के पास खड़ा एक व्यक्ति मोबाइल पर बात कर रहा था। घटना के दौरान वही स्कूटी प्रयुक्त की गयी।गत वर्ष भी दोनों कर्मचारियों से जानसठ कस्बे में आठ लाख की लूट बदमाशों ने की थी।
*पत्रकार कबीर रिज़वान की रिपोर्ट*